सूरतगढ़ में ट्रोले और निजी बस में टक्कर हो गई। नतीजतन इस हादसे में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये. हादसे के बाद बस यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। घटना के बाद मोहल्लेवासियों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. घायलों को बसों व निजी वाहनों से सूरतगढ़ ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उनका उपचार किया गया। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद दो घायलों को गंभीर हालत में हायर सेंटर पर पहुंचाया गया है. हादसा शुक्रवार सुबह 11 बजे सूरतगढ़-बीकानेर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 62 पर पीपेरन रेलवे स्टेशन के पास हुआ।
खबरों के मुताबिक, पल्लू और सूरतगढ़ को जोड़ने वाले हाईवे पर जा रही एक निजी बस के ड्राइवर ने हाईवे पर चल रहे एक वाहन को ओवरटेक करने की कोशिश की. तभी बस सामने से ट्रोला में टकरा गई और खाई में जा गिरी, जिससे ट्रोले का केबिन पिछले हिस्से से अलग हो गया. हादसे के बाद घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गयी. हादसे में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये. जिन्हें उपचार के लिए सूरतगढ़ ट्रोमा सेंटर में भर्ती कराया गया। दो लोगों की स्थिति गंभीर होने पर उन्हें प्राथमिक इलाज के बाद हायर सेंटर भेज दिया गया.
घायल मदन नाथ ने बताया कि बस चालक लापरवाही से बस चला रहा था. रास्ते में भी एक दो स्थानों पर अनहोनी होते-होते बची। बस में बैठे यात्रियों ने बस चालक को समझाया भी, लेकिन बस चालक लापरवाही बरतता रहा, जिससे अंततः घटना घट गयी। स्थानीय पुलिस एएसआई राजकुमार कटारिया ने बताया कि गांव रायांवाली निवासी देवीलाल कुम्हार के पुत्र ओमप्रकाश ने घटना के बारे में आधिकारिक बयान दिया है. बस चालक ने तेजी से और लापरवाही से सामने एक अन्य बस को पास करने की कोशिश की, और उसके सामने आ रही ट्रॉलीबस से टकरा गई। इसके बाद ड्राइवर के खिलाफ जांच शुरू की गई। हादसे के बाद ट्रॉमा सेंटर में भीड़ जमा हो गई।
हादसे में 10 लोग घायल हो गए. प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने दोनों घायलों को उच्च अस्पताल भेज दिया। सूचना मिलने के बाद नगर पुलिस के एएसआई बिरजू सिंह, एएसआई नूर मोहम्मद और एएसआई राजकुमार कटारिया समेत पुलिस अधिकारियों ने सभी घायलों से घटना की जानकारी ली और उनका नाम-पता लिया.