सवाई माधोपुर विधानसभा में जब बीजेपी नेता आशा मीना का टिकट कटा तो नेता ने बीजेपी के खिलाफ बगावत का रुख अपना लिया. साथ ही सवाईमाधुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. इसके बाद इस सीट पर त्रिकोणीय लड़ाई शुरू हो गई. इससे बीजेपी की परेशानी बढ़ सकती है.
बताया जा रहा है कि सवाई माधोपुर के स्थानीय समर्थक को टिकट नहीं दिए जाने से बीजेपी प्रत्याशी के समर्थक काफी नाराज हैं. खुद को समर्थक मानने वाली आशा मीना ने बगावती तेवर दिखाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया.
हिंगोली, निनोनी, रायथा कला, अंडवा, श्यामपुरा, बड़ के बालाजी नगर, हनुमान नगर रामनगर, श्याम वाटिका, जनकपुरी तिलक नगर, औद्योगिक परिसर-1 और 3 में लोगों से जनसंपर्क किया,. इस जनसम्पर्क के दौरान जगह-जगह पर क्षेत्र की जनता ने आशा मीणा का भव्य स्वागत किया.
आपको बता दें कि निर्दलीय प्रत्याशी आशा मीना को सवाई माधोपुर की जनता का भारी समर्थन मिल रहा है. सवाई माधोपुर में आशा मीना के निर्दलीय चुनाव लड़ने से मुकाबला कांटे का है। आशा मीना द्वारा उनके चल रहे पीआर अभियान में दिखाए गए भारी समर्थन ने उनके विरोधियों को दो बार सोचने पर मजबूर कर दिया है। आशा मीना समुदाय के मामलों में आम लोगों तक पहुंचीं। सर्व समाज के लोग आशा मीना को अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त करते हैं क्योंकि वह सवाई माधोपुर की बहन, बेटी और बहू हैं।