जयपुर जिले के शाहपुरा विधानसभा सीट पिछली बार बेहद चर्चा में रही है. इस बार कांग्रेस ने मनीष यादव को यहाँ से टिकट दिया है. पिछली बार मनीष मामूली वोटों से हार गए थे. इस बार कांग्रेस पार्टी इसी स्थिति पर जोर दे रही है. प्रियंका गांधी और सचिन पायलट ने मनीष के लिए पूरी ताकत झोंक दी. इससे यहां हालात बदलने लगे. पिछली बार भी यही स्थिति चर्चा में थी. कोरोना के बाद से मनीष यहां कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इससे उन्हें फायदा हो सकता है. मनीष की सरकार और पार्टी पर बड़ी पकड़ है. इसलिए उन्हें दोबारा यहां से टिकट मिल गई.
राजस्थान छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष मनीष यादव मामूली अंतर से हार गए थे। दरअसल, मनीष ने अपने इलाके में एक बड़े रक्तदान शिविर का आयोजन किया और रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए अपना सोशल मीडिया अभियान भी जारी रखा है. युवा मानते हैं कि उनके प्रति एक भावनात्मक भावना है क्योंकि वे पिछले चुनाव हार चुके थे. चूंकि यह यादव बहुल सीट है, इसलिए जातिगत स्थिति भी उनके लिए एक विशेषता बन जाती है। पार्टी ने अलोक बेनीवाल को टिकट नहीं देकर मनीष के लिए एक बड़ा संकेत दे दिया है. यहां पर इस बार प्रियंका की पूरी नजर बनी हुई है.
कांग्रेस की प्रियंका गांधी और सचिन पायलट ने मनीष के लिए पूरी ताकत झोंक दी. यहां प्रियंका ने हाल ही में एक घंटे की बातचीत में पूरे हालात पर रोशनी डाली. इस बीच, यह देखना दिलचस्प होगा कि मनीष अपने युवा जोश के साथ अपनी लंबी लड़ाई को कैसे संभालते हैं। पार्टी का कहना है कि इस बार कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी. पिछले 14 साल से मनीष के संघर्ष को पार्टी बार भुनाना चाहती है. मनीष सोशल मीडिया के माध्यम से यहां पर मजबूत स्थिति में दिख रहे हैं.