राजस्थान के जयपुर जिले की 19 विधानसभा सीटों पर इस बार रिकॉर्ड मतदान हुआ. इससे कई स्पष्टीकरण मिलते हैं। पिछले चुनाव की तुलना में इस बार 0.73 फीसदी ज्यादा वोटिंग हुई. शाहपुरा और चौमूं में 83 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई. इसके कई संकेत हैं. चौमूं में कांग्रेस ने नया उम्मीदवार उतारा और बीजेपी ने विधायक रामलाल शर्मा को टिकट दिया. यहां लड़ाई कड़ी हो गई है. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही जाति-संबंधी मुद्दों में उलझे हुए हैं।
जयपुर की शाहपुरा विधानसभा सीट पर इस बार विधायक आलोक बेनीवाल और मनीष यादव के बीच कड़ी टक्कर है. बीजेपी के उपेन यादव में युवाओं ने दिखाया जबरदस्त दम. इस बार यहां 83.74 फीसदी वोट पड़े. माना जा रहा है कि इस सीट में इतनी ज्यादा बढ़ोतरी की वजह ग्रोथ में योगदान है. शहर के हवा महल में 76 फीसदी वोटिंग हुई. इस सीट पर पिछली बार से ज्यादा वोट पड़े हैं. चाकसू में 75.66 फीसदी वोट पड़े. हालांकि जयपुर की बाकी सीटों पर मतदान की स्थिति पहले जैसी ही बनी हुई है. जयपुर के कोटपूतली में 76.7 फीसदी, विराटनगर में 75.74, शाहपुरा में 83.74 और चौमू में 83.61 फीसदी मतदान हुआ. फुलेरा में 77.17, दूदू में 78.73, झोटवाड़ा में 71.01, आमेर में 77.59 प्रतिशत मतदान हुआ। आमेर में पिछली बार से 2 प्रतिशत कम हैं।
जमवारामगढ़ में 76.31 प्रतिशत, हवामहल में 76.02 प्रतिशत और विद्याधरनगर में 72.58 प्रतिशत मतदान हुआ. सिविल लाइंस में 69.96 फीसदी, किशनपोल में 76.87 फीसदी और आदर्श नगर में 72.98 फीसदी मतदान हुआ. मालवीयनगर में 69.46 फीसदी, सांगानेर में 70.42 फीसदी और बगरू में 72.06 फीसदी मतदान हुआ. इस दौरान चाकसू और बस्सी के मतदाताओं में खासा उत्साह देखने को मिला. इस समय बस्सी में 78.37 फीसदी और चाकसू सीट पर 75.66 फीसदी वोट पड़े.
जयपुर जिले की 19 विधानसभा सीटों पर 0.73 वोट की बढ़ोतरी को समझाने के लिए कई समीकरणों का इस्तेमाल किया गया है। किशनपोल, हवामहल, आदर्श नगर, सिविल लाइंस सीट पर जहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो किया था, वहां मतदान फीसदी बढ़ा है. इन सीटों पर 70 फीसदी से अधिक मतदान हुआ है. अधिक मतदान को लेकर अभी से हार-जीत को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.