विधानसभा चुनाव में जीत के बाद राजस्थान में मुख्यमंत्री को लेकर विचार चल रहा है. इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने करीब 1:25 घंटे दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. पार्टी सूत्रों ने पुष्टि करते हुए कहा कि वसुंधरा राजे ने अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने अपना पक्ष रखा.
दरअसल, राजस्थान में बीजेपी की जीत के बाद मुख्यमंत्री को लेकर बढ़ती उम्मीदों के बावजूद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने गुरुवार शाम पार्टी नेता जेपी नड्डा से मुलाकात की. नड्डा के घर सांसद बेटे दुष्यंत के साथ रात 8.06 पर पहुंचीं और रात करीब 9.32 पर विदा हुईं.
सूत्रों ने बताया कि बैठक में बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने वसुंधरा राजे से कहा कि राजस्थान में सामूहिक नेतृत्व के तहत जीत हासिल हुई है. इस कारण से सरकार की रूपरेखा में भी इस बात की झलक देखने को मिलेगी। प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, इस बीच, वसुंधरा राजे ने जेपी नड्डा से राज्य के राजनीतिक हालात पर बात की. साथ ही वसुंधरा राजे ने पार्टी अध्यक्ष को हर एक लोकसभा सांसद का परफॉर्मेंस भी बता दिया.
वसुंधरा राजे ने पार्टी अध्यक्ष को यह भी बताया कि इन फैसलों की घोषणा के बाद उन्होंने कितने वोटों से प्रचार में हिस्सा लिया और उनमें से कितने सफल रहे. सूत्रों ने बताया कि इस मुलाकात के जरिए पार्टी नेताओं ने वसुंधरा राजे को अपने भविष्य के काम के बारे में बात करते हुए दिखाया.
हालांकि उन्हें मिलने वाले काम के बारे में कोई आंकड़ा नहीं दिया गया, लेकिन इस मुलाकात के बाद वसुंधरा के चेहरे पर राहत के भाव दिखे. वसुंधरा से मुलाकात के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और बैठक का विस्तृत ब्यौरा दिया.
3 दिसंबर की जीत के बाद राजस्थान में हुई सभी राजनीतिक प्रगति और भाजपा की शक्ति को मजबूत करने की मांग करने वाले विधायक के बयान के बीच जेपी नड्डा के साथ वसुंधरा की मुलाकात एक महत्वपूर्ण मोड़ का संकेत दे सकती है।