डीग, थानाधिकारी सुरेश कुमार सोनी के नेतृत्व में विगत 25 दिसंबर को पुलिस उपनिरीक्षक हरवीर सिंह मय पुलिस जाप्ता के नियंत्रण कक्ष की सूचना पर गोवंश पिकअप की नाकाबंदी लक्ष्मण मंदिर कामां रोड पर कर रहे थे । नाकाबंदी के दौरान दो पिकअप गाड़ी एक साथ गणेश मंदिर की तरफ आती हुई दिखाई दी जिन्होंने पुलिस की नाकाबंदी को देखकर गाड़ियों को मुख्य बाजार में घुसाने की कोशिश की लेकिन भीड भाड़ व वाहनों की अधिक आवाजाही से जाम लग गया।
इस पर तुरंत ही पुलिस उपनिरीक्षक हरवीर सिंह व पुलिस जाप्ता ने दोनों पिकअप गाड़ियों को घेरकर रोक लिया। पिकअप गाड़ी के चालक से नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम वाजिब पुत्र मुवीन मेव निवासी कुकरपुरी थाना जुरहरा व उसके दूसरे साथी ने शाहरुख पुत्र नन्ना मेव निवासी कठोल थाना पहाड़ी का होना बताया। पिकअप गाड़ी को चेक किया तो पिकअप के अंदर दो गाय व एक बछड़ा भरे हुए थे । दोनों गायों व एक बछडे का परिवहन करने बाबत पूछा तो उन्होंने बताया कि उक्त गोवंश को वध हेतु वे राजस्थान से हरियाणा ले जा रहे थे जिससे उन्हें काफी मुनाफा होता है।
वाहन चालक से नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम आशु पुत्र फजरू मेव निवासी कुकरपुरी थाना जुरहरा व उसके दो साथी से नाम पता पूछा तो एक ने अपना नाम साहब पुत्र भुरू मेव कठोल थाना पहाड़ी व दूसरे ने अपना नाम शरीफ पुत्र जोरमल मेव निवासी कठोल थाना पहाड़ी होना बताया । पिकअप के डाली को खोलकर पुलिस उपनिरीक्षक मय जाप्ता द्वारा चेक किया गया तो उसमें एक भैंस, एक पाड़ा, दो गाय, दो बछड़े ठंसा ठस गाड़ी भरे हुए मिले।
उक्त पिकअप चालक व उसके साथियों से भैंस वा गोवंश के परिवहन के संबंध में पूछा तो उन्होंने बताया कि पुलिस को शक नहीं हो इसलिए वे भैंसों के साथ गोवंश का परिवहन राजस्थान से हरियाणा में करते हैं। उक्त भैंसों को वे हाट बाजार भरतपुर से लेकर आए थे और गोवंश को रास्ते में से उठाकर भर ले आए । उक्त गोवंश को गोवध हेतु राजस्थान से हरियाणा ले जा रहे थे । पुलिस ने मुकदमा दर्जकर गोवंश को बादीपुर गौशाला छोड़ा गया । दोनों पिकअप गाड़ियों को जप्त किया गया व गिरफतारपांचों पुलिस मुल्जिमों से पूछताछ जारी है। पुलिस गठितटीम में पुलिस उपनिरीक्षक हरवीर सिंह, सहायक उप निरीक्षक राजवीर सिंह, नीरज, जितेंद्र, विश्राम, सहायक उप निरीक्षक बलदेव सिंह मय पुलिस टीम के साथ मौजूद रहे।