कल शाम गांधीनगर के आबू स्ट्रीट स्थित हनुमान चौराहे पर कुछ लोगों ने एक युवक की पिटाई कर दी। यह इमोशनल कॉम्बैट एपिसोड 15 मिनट तक चला। इस दौरान वहां लोगों की काफी भीड़ जमा हो गई, लेकिन चाहकर भी कोई भी घायल शख्स की मदद नहीं कर सका.
गौरतलब है कि गांधीनगर, आबूरोड शहर का व्यस्ततम चौराहा है। शनिवार शाम करीब पौने दस बजे आधे दर्जन से अधिक युवकों ने एक युवक को घेर लिया और पीटना शुरू कर दिया। यह देख वहां मौजूद लोग उसे बचाने आए लेकिन हमला करने वाले युवक की भावनाओं के कारण वे तमाशबीन बने रहे। काफी देर तक कोई मदद न मिलता देख घायल ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। रविवार को पीड़िता ने घटना की सूचना आबू स्ट्रीट पुलिस को दी।
शहर में मुख्य चौराहों पर नगरपालिका द्वारा सीसीटीवी लगाए गए हैं। इसका कंट्रोल रूम शहर पुलिस थाने में स्थापित किया गया है। पुलिस ने कहा कि इन वीडियो निगरानी कैमरों की वजह से शहर पर निगरानी रखी जा रही है। ऐसे में यह घटना पुलिस प्रशासन पर कई सवाल खड़े करती है. बता दें कि बीच चौराहे पर हुए इन झगड़ों के बाद पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई करने की जरूरत नहीं समझी।
सवाल यह है कि क्या शहर में यह कुकृत्य पुलिसकर्मियों की अनदेखी की वजह से हो रहा है या फिर पुलिस की वजह से? घटनास्थल स्थल से बाहर आए लोगों ने कहा कि जिस क्षेत्र में घटना हुई, उसी के आसपास जुए-सट्टे की पर्चियां काटी जाती हैं और यहां दिनभर असामाजिक तत्वों की आवाजाही लगी रहती है।