ब्रह्मांड में सबसे पहले किसका अस्तित्व था, सूर्य, पानी, धरती, आकाश या कुुछ और। यह तत्व कई वर्षों से खोजा जा रहा है। और अब इस संबंध में वैज्ञानिकों ने नई खोज कर दुनिया को चौंका दिया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ब्रह्मांड में सूर्य के अस्तित्व से पहले पानी का अस्तित्व था। इसके कई प्रमाण साफ नजर आते हैं। इस आश्चर्यजनक तथ्य ने वैज्ञानिकों को इस क्षेत्र में और अधिक शोध करने के लिए प्रेरित किया। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या वैज्ञानिकों ने पानी की उत्पत्ति का पता लगा लिया है? दुनिया में पानी कहाँ से आता है? क्योंकि वैज्ञानिक H20 पद्धति का पालन करते हैं और इस प्रक्रिया में उन्होंने पाया कि सूर्य से अरबों साल पहले हमारे ब्रह्मांड में पानी होने की संभावना है। यानी अब तक सूरज को ब्रह्मांड में सबसे पुराना माना जाता है, लेकिन नई जानकारी से पता चला है कि सूरज से भी पहले पानी मौजूद था।
धरती पर पानी कहां से पहुंचा ?
वैज्ञानिकों द्वारा किए गए नए शोध में इस बात का खुलासा होने की संभावना है कि धरती पर पानी कैसे और कहां पहुंचता है? उसका तरीका क्या हो सकता है? इस दिशा में विशेष शोध किया जा रहा है। वैज्ञानिकों ने अब तक के सभी शोधों में मिले कनेक्शनों को जोड़ने की कोशिश की है। इस वीडियो में पता चला कि पृथ्वी पर पानी हमारे मरने से बहुत पहले रहा होगा। यह खुद वैज्ञानिकों को हैरान करता है। और आगे के शोध में संलग्न हैं।
वैज्ञानिकों को यह जानकारी कैसे मिली?
नेशनल साइंस फाउंडेशन के नेशनल रेडियो एस्ट्रोनॉमी ऑब्जर्वेटरी (NRAO) के एक खगोलशास्त्री जॉन टोबिन के अनुसार, हम वास्तव में ब्रह्मांड में ज्वारीय तरंगों का पता लगा रहे हैं। हम ग्रहों और धूमकेतुओं पर पानी के निशान को देखना चाहते थे। लेकिन पता लगाना चाहते हैं कि पानी कहां से आता है। अब तक, खगोलविदों ने ग्रह की गठन डिस्क में पानी से गैस की खोज की है।
वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में इस बात की पुष्टि की है कि कुछ सौर धूमकेतुओं में पानी पृथ्वी के पानी के समान है। जॉन टोबिन ने कहा कि यह स्पष्ट है कि ग्रह प्रणाली में पानी अरबों साल पहले इंटरस्टेलर स्पेस में बना था, सूर्य से भी पहले, और पृथ्वी पर धूमकेतुओं द्वारा विरासत में मिला था।