ब्यूरो चीफ़ शिवकुमार शर्मा
जयपुर 22 मई। दक्षिणी रिंग रोड के कॉरिडोर पर बसी कॉलोनीयो चित्रकूट कॉलोनी, खंडेलवाल वाटिका, खंडेलवाल वाटिका विस्तार, पंचवटी आदि कॉलोनियों का जेडीए के कुछ कर्मचारियों द्वारा बिना सूचना सर्वे किए जाने व मकान को खाली करने की धमकी दिए जाने के संबंध में एकजुट होकर बैठक का आयोजन किया। मीटिंग में सभी लोगो ने एक स्वर में सरकार व जेडीए से सवाल किये कि हमें सूचित किया जाए कि यह सर्वे क्यों किया जा रहा है? किसके आदेश के तहत किया जा रहा है? व इस सर्वे करने,मकानों पर सर्वे नंबर डालने व धमकी देने का उद्देश्य क्या है? मीटिंग में बड़ी संख्या में महिला,बुजुर्ग व युवाओं ने अपनी भागीदारी व जोश दिखाया सभी ने एक स्वर में कहा कि क्या सरकार गरीबों को हटाओ वह अमीरों को लाओ नीति के तहत कार्य कर रही है। जे डी ए में जा कर पूछने पर वहां कोई संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं दिया जा रहा है । लोगो का कहना है कि हमारे खून पसीने की कमाई से हमने यहां जमीन खरीदी है या अपने आशियाना बनाए है गौरतलब है की ये कॉलोनीया काफी पुरानी है और ज्यादातर लोग मेहनत – मजदूरी करने वाले है । उनके लिए जीवन में घर बनाने में पूरा जीवन लग जाता है ऐसे में क्या ध्वस्तिकरण बार-बार किया जाना उचित है। गौरतलब है कि पूर्व में सन 2014 में जीडीए के द्वारा यहाँ रिंग रोड के लिए 360 मीटर में से आवश्यक भूमि ली जा चुकी है । और अब फिर से दुबारा घरों पर निशान लगा कर जमीन फिर से अधिग्रहण की जा रही है । इन सब में बड़ा सवाल ये है कि सरकार के द्वारा दिया जाना वाला मुआवजा क्या इतना पर्याप्त होगा की ये लोग फिर में अपना आशियाना बना सके?इन सब बातो ने कॉलोनीवासीयो का सुख चैन उड़ा रखा है।