झुंझुनूं 7 जून।
संवाददाता दिनेश जाखड़
कलक्टर चिन्मयी गोपाल ने कहा कि बाढ़ एवं अतिवृष्टि आपदा से निपटने के लिए सभी अधिकारियों की तैयारी इस प्रकार होनी चाहिए कि किसी भी समय किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटा जा सके। बाढ़ से निपटने के लिए सभी संबंधित विभागों में समन्वय होना चाहिए। जिले में बाढ़ व जल भराव की स्थिति के दौरान बचाव एवं राहत कार्यों व पूर्व तैयारियों के लिए बाढ़ आपदा प्रबंधन की बैठक कलक्टर चिन्मयी गोपाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।
इस दौरान जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को मानसून पूर्व सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए । उन्होंने बाढ़ व जल भराव की स्थिति से निपटने के लिए मिट्टी के कट्टों, पानी को निकालने की मोटर्स एवं सभी आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए । उन्होंने उपखंड अधिकारियों एवं अधिशासी अधिकारियों को जल भराव वाले क्षेत्रों का चिन्हिकरण कर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए । जल भराव वाले स्थानों की फेंसिंग करवाने व चेतावनी बोर्ड लगाने के निर्देश दिए । जिले की सभी नगरपालिका के अधिकारियों को मानसून पूर्व नालियों की सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए । जिला कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को जिला स्तर पर 5000 मिट्टी के कट्टे वही हर ब्लॉक स्तर पर 2000 मिट्टी के कट्टो की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मानसून से पूर्व जल भराव वाली सड़कों पर संकेतक लगाने एवं गड्ढे भरने के निर्देश दिए। उन्होंने उपखंड स्तरीय अधिकारियों को आपदा के समय प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए भवनों एवं स्थानों को चिन्हांकित करने के निर्देश दिए ताकि अस्थायी शिविर बनाए जा सकें। जिले में गोताखोरों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए ताकि आवश्यकता पड़ने पर तत्काल सम्पर्क किया जाए। बिजली विभाग के अधिकारियों को ट्रांसफार्मरों के चारों तरफ फेंसिंग करने, करंट के हादसों की रोकथाम के लिए समुचित इंतजाम करने के निर्देश दिए । कलेक्टर ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को मानसून के समय पशुओं के रोगों संबंधी दवाइयां के उपलब्धता रखने के निर्देश दिए । उन्होंने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु पर्याप्त दवाइयों की व्यवस्था एवं मानसून के समय मच्छरों की रोकथाम के लिए फागिंग करवाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने ने कहा कि बाढ़ एवं आपदा की सूचना के लिए जिला स्तर एवं सभी ब्लॉक स्तर पर भी कन्ट्रोल बनाने के निर्देश दिए ताकि आपदा की तत्काल सूचना प्राप्त हो सके और राहत एवं बचाव की कार्यवाही की जा सके।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामरतन सौंकरीया, जिला परिषद सीईओ अंबालाल मीणा सहित संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे वहीं जिले के समस्त उपखंड अधिकारी, अधिशासी अधिकारी व पंचायती राज के अधिकारी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से वर्चुअली जुडे।