संवाददाता दिनेश जाखड़
झुंझुनूं 12 जून।
शिक्षा विभाग के कार्यक्रमों के क्रियान्वयन एवं पर्यवेक्षण के लिए जिला निष्पादन समिति की बैठक बुधवार को जिला कलक्टर चिन्मयी गोपाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में कलक्टर ने साइकिल वितरण, बाल गोपाल योजना, मिड डे मील, बच्चों के नामांकन, प्रयोगशालाओं की स्थिति, शैक्षणिक गुणवत्ता सहित अन्य मुद्दों पर विस्तार से समीक्षा की। जिला कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को बैठक में केवल पांच बिंदुओं की सूचना लेकर आने पर फटकार लगाई व कहां की बैठकों में सभी बिंदुओं की पूर्ण सूचनाएं लेकर आए। उन्होंने कहा कि निष्पादन समिति की बैठक में सभी मुद्दों एवं बिंदुओं की समीक्षा जरूरी है ।
सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने पर दिया जोर।
बैठक में जिला कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि यदि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाएगी तो स्कूलों में बच्चों का ठहराव भी होगा और नामांकन भी बढ़ेगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यदि बच्चों को सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ-साथ उत्कृष्ट शिक्षक कार्य करवाया जाएगा तो अभिभावकों में सरकारी विद्यालयों के प्रति विश्वास बढ़ेगा । उन्होंने कहा कि अधिकतर शिक्षक अपने या आसपास के गांवों मे ही शिक्षण कार्य करवा रहे हैं फिर भी नामाकंन व शैक्षणिक स्तर कमजोर होना अच्छी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि आमजन में सरकारी शिक्षा में भरोसा जगाने के लिए अधिक मेहनत से शिक्षण कार्य करवाने की जरूरत है।
ब्लाक स्तरीय अधिकारी नहीं बता पाए अपने ब्लॉक में आईसीटी लैब की संख्या जिला कलेक्टर ने बैठक में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों से विद्यालयों में संचालित आईसीटी लैब के बारे में पुछा तो ब्लॉक स्तरीय अधिकारी अपने विद्यालयों में संचालित लैब के बारे में जानकारी नहीं दे पाए। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए की विद्यालयों में आईसीटी लैब सुचारू रूप से संचालित की जाएं वहीं कंप्यूटर के अध्यापकों की मैपिंग व नियमित कक्षाएं आयोजित की जाए । उन्होंने निर्देश दिए की कंप्यूटर अनुदेशकों की ट्रेनिंग करवाई जाकर छात्रों को कंप्यूटर शिक्षक व स्मार्ट क्लासेस संचालित की जाए ।
यह दिए निर्देश
बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को विभिन्न दिशा निर्देश दिए। उन्होंने विद्यालय में कंप्यूटर शिक्षण के लिए सिलेबस तैयार कर नियमित रूप से अध्यापन कार्य करवाने, विद्यालयों में सभी प्रयोगशालाओं को सुचारू रूप से संचालित कर छात्रों को प्रायोगिक कार्य करवाने, निजी शिक्षण संस्थानों का निरीक्षण करने व मानकों के अनुरूप नहीं पाए जाने पर कार्रवाई करने, स्कूलों के बच्चों की आधार सीडिंग के कार्य में प्रगति लाने, मिड डे मील के तहत दिए जाने वाले पोषाहार की नियमित जांच करने, बच्चों को शुद्ध पौष्टिक आहार देने, बर्तनों के साफ सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
शैक्षणिक सुधार के लिए किए जाएंगे यह कार्य
हर ब्लॉक से उत्कृष्ट परफॉर्मेंस करने वाले दो अध्यापकों को जिला स्तर पर किया जाएगा सम्मानित ।
जिले की 19 रोबोटिक लैब के सुचारू संचालन के लिए कंप्यूटर अनुदेशकों को बिट्स पिलानी व तकनीकी स्टाफ के द्वारा दिया जाएगा प्रशिक्षण । इंग्लिश मीडियम स्कूल के शिक्षकों की अंग्रेजी में दक्षता बढ़ाने के लिए दिया जाएगा प्रशिक्षण ।
जिला स्तर पर कमेटी बनाई जाकर प्राथमिक व माध्यमिक कक्षाओं के बच्चों के शैक्षिक मूल्यांकन के लिए तैयार किए जाएंगे क्वेश्चन पेपर।
प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों का हर महिने होगा मूल्यांकन।
माध्यमिक कक्षाओं के छात्रों के लिए जायेंगे साप्ताहिक टेस्ट ।
बच्चों के होमवक्र की नियमित जांच होगी।
स्कूलों में शिक्षक व छात्रों के अनुपात पर मांगी रिपोर्ट
बैठक में कलेक्टर ने स्कूलों में अध्यनरत छात्रों व कार्यरत शिक्षकों के अनुपात पर भी चर्चा की और अधिकारियों को निर्देश दिए की जिन प्राथमिक विद्यालयों में 10 से कम छात्र हैं उन अध्यापकों को नोटिस जारी कर 10 दिन में जवाब मांगे जायें।
