ब्यूरो चीफ़ शिवकुमार शर्मा
कोटा राजस्थान
सभी समुदाय एवं वर्गों को साथ लेकर आगे बढ़ाएंगे कदम-कलक्टर
कोटा, 13 जून। जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने कहा कि जिले में सौहार्दपूर्ण माहौल कायम रखने में हर वर्ग के मोअज्जिज लोग आगे आकर सहयोग करें। उन्होंने कहा कि त्यौहार एवं धार्मिक आयोजनों के समय माहौल बिगाड़ने के किसी भी प्रयास को विफल करते हुए विभिन्न धर्म एवं समाजों के प्रभावी लोग पहल कर शांति एवं सौहार्द कायम रखें। उन्होंने विश्वास दिलाया कि सभी समुदाय एवं वर्गों को साथ लेकर कोटा जिले को और बेहतर बनाने की दिशा में आगे कदम बढ़ाए जाएंगे।
डॉ. गोस्वामी गुरूवार को कलेक्ट्रेट स्थित न्यू सभागार में कोटा जिले के विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोटा शहर एवं जिले को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी सभी धर्म-सम्प्रदाय एवं वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले गणमान्य नागरिकों की है। उनके सहयोग से जिला प्रशासन एवं पुलिस शांति व्यवस्था कायम रखने का पूरा प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों का सम्मान करते हुए हमारे यहां त्यौहार मनाए जाते हैं यही हमारे देश की खुबसूरती है। एकता एवं भाईचारा कायम करने में कोटा पूरे राजस्थान के लिए एक मिसाल कायम करे, यह हम सभी की जिम्मेदारी है।
बैठक में कोटा शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने सोशल मीडिया पर विशेष सावधानी एवं सतर्कता बरतने की अपील की। उन्होंने सोशल मीडिया पर किए जाने वाले दुष्प्रचार की निगरानी में सभी का सहयोग मांगा। उन्होंने अपील की कि साम्प्रदायिक विद्वेष फैलाने वाली सोशल मीडिया पोस्ट संज्ञान में आते ही तुरंत डिलीट करवाकर समाज के गणमान्य लोग उसका खंडन भी करें ताकि ऐसी पोस्ट आगे प्रसारित होने पर उसकी सच्चाई लोगों के सामने आ सके एवं लोग भ्रमित न हो।
कंट्रोल रूम एवं वाट्सएप नम्बर पर दें जानकारी
शहर पुलिस अधीक्षक ने सिटी कंट्रोल रूम के नम्बर 0744-2350777, 2350778, 2350779, 2350780 तथा वाट्सएप नम्बर 9530442777 सभी के साथ शेयर करते हुए अपील की कि किसी भी तरह की घटना एवं सोशल मीडिया पर विद्वेष फैलाने के प्रयासों की जानकारी तुरंत इन नम्बरों पर पुलिस के साथ साझा की जाए ताकि समय रहते एक्शन लिया जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत निरोधात्मक उपाय कर रही है। रात्रि गश्त बढ़ाई गई है एवं रात 10 बजे बाद अधिक सतर्कता बरती जा रही है।
थानों से बाहर आमजन के बीच होगी सीएलजी मीटिंग
शहर पुलिस अधीक्षक ने सीएलजी मीटिंग थानों के बाहर आयोजित करने की मांग पर कहा कि सीएलजी बैठकें मोहल्लों एवं कॉलोनियों में लोगों के बीच जाकर हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा ताकि पुलिस एवं आमजन के बीच कोई दूरी नहीं रहे। उन्होंने कहा कि त्यौहारों के समय शांति व्यवस्था बनाए रखने में विभिन्न थानों में बनी सीएलजी एवं शांति समिति के सदस्यों का भी महत्वपूर्ण रोल है।
कोटा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक करण शर्मा ने कहा कि सीएलजी में सदस्य के रूप में अधिक से अधिक युवाओं को शामिल करने के सुझाव पर गौर किया जाएगा। इससे सोशल मीडिया पर आने वाली आपत्तिजनक पोस्ट पर निगरानी रखने में भी मदद मिलेगी।
बैठक में सभी धर्म, वर्ग एवं समाज से जुड़े लोगों ने एक स्वर में डीजे पर बजने वाले विवादित गानों एवं अत्यधिक तेज आवाज से स्वास्थ्य को विशेषकर कान के पर्दों को हो रहे नुकसान की बात उठाई। जिला कलक्टर ने उम्मीद जताई कि सभी समुदायों एवं वर्गों द्वारा स्वयं डीजे पर तय लिमिट से अधिक डेसीबल पर गाने बजाने, विवादित गाने चलाने तथा सड़क पर अव्यवस्था फैलाने जैसी शिकायतों पर ध्यान देते हुए इन्हें नियंत्रित करने के प्रयास किए जाएंगे। इसके अलावा विभिन्न धार्मिक जुलूसों में खतरनाक स्टंट पर भी पाबंदी लगाने की मांग उठी जिस पर जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने जुलूस-रैली आयोजकों से अपील की कि वे युवाओं को समझाएं कि इस तरह के खतरनाक स्टंट नहीं करें जिससे किसी तरह की दुर्घटना की आशंका हो।
बैठक में चौराहों एवं रेलवे स्टेशन के आसपास अनियंत्रित ट्रैफिक, कोचिंग एरिया में बढ़ती मारपीट की घटनाओं, ऑनलाईन ठगी, सोशल मीडिया पर अन्य धर्म एवं समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाली पोस्ट पर एक्शन लेने, अवैध रूप से संचालित मांस की दुकानों से अव्यवस्था फैलने सहित अन्य बिन्दुओं पर विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों के सुझावों पर चर्चा की गई।
शहर काजी जुबेर अहमद ने बैठक आयोजन के लिए जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक का शुक्रिया अदा किया एवं 17 जून को ईदुल अजहा के त्यौहार के मौके पर सभी से सौहार्दपूर्ण माहौल कायम करने की अपील की। उन्होंने ईदगाह एवं अन्य स्थानों पर जहां बड़ी संख्या में नमाजी एकत्र होते हैं वहां सुचारू ट्रैफिक व्यवस्था के साथ ही मोहल्लों एवं कॉलोनियों में पर्याप्त सफाई व्यवस्था रखने का आग्रह किया।
बैठक में विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों, समाजसेवी संस्थाओं, सीएलजी एवं शांति समिति सदस्यों, पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों ने भाग लिया एवं अपने सुझाव दिए।