ब्यूरो चीफ़ शिवकुमार शर्मा
बूंदी (कोटा संभाग)
संरक्षक महाराव राजा वंशवर्धन सिंह बून्दी ने लोगों से समझाइश के साथ अपील भी की कि वे कचरा झील में नहीं फेंके और कचरापात्र में डालें।
बूंदी 23जून। द नाहर संस्था बून्दी के “ग्रीन बून्दी-क्लीन बून्दी अभियान” के तहत रविवार को संरक्षित स्मारक सुखमहल पर्यटक स्थल की जलमग्न तिबारियां जो अभी सूखी हैं से सुखमहल से सटे घाट व परिसर की विशेष सफाई अभियान चलाया।
संस्था के सदस्यों ने तीन घण्टे तक श्रमदान किया। सफाई अभियान के बाद तिबारियां व संरक्षित स्मारक सुखमहल से सटे घाट जहां चमगादड़ बीट, कचरा-प्लास्टिक, मलबा जमा था से गन्दगी गायब हो गयी।
संस्था संरक्षक महाराव राजा वंशवर्धन सिंह बून्दी ने आमजन जो उस दौरान झील में कचरा, गन्दगी डाल रहे थें से समझाइश की साथ ही अपील की कि वह कचरा झील में ना फेंककर कचरापात्र में डाले। उन्होंने संरक्षित स्मारक सुखमहल के कर्मचारियों से भी अपील की कि वह देशी/विदेशी पर्यटक जो संरक्षित स्मारक को इस तरह नुकसान पहुंचाते हैं को समझाए।
संस्था उपाध्यक्ष महाराजा बलभद्र सिंह ने कहा कि इसी तरह अन्य पर्यटक स्थलों पर भी सफाई अभियान के लिए अन्य सामाजिक संस्थाओं आमजन को आगे आना चाहिए जिससे देशी/विदेशी पर्यटकों में भी बढ़ोतरी हो।
संस्था सचिव संजय खान ने बताया कि संस्था का मानना हैं कि स्थानीय प्रशासन, पर्यटन प्रबंधक और आमजन समुदाय के परस्पर समन्वय से मिलकर काम करके, हम अपने शहर के सभी निवासियों के लिए एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित कर सकते हैं साथ ही यह कदम पर्यटक वृद्धि में लाभदायक होगा।
कार्यक्रम संयोजक जोगेन्द्र सिंह हाड़ा ने बताया कि सफाई दौरान करीब 250 तगारियाँ बीट/कचरा एकत्रित किया गया साथ ही आंतरिक घाट के समीप करीब सभी विसर्जित सामग्री जो तैर रही थीं उन्हें भी हटाया गया।
इस दौरान द नाहर संस्था के वरिष्ठ सदस्य पुरषोत्तम पारीक, सहायक पर्यटन अधिकारी प्रेम शंकर सैनी, सुखमहल प्रभारी जगदीश वर्मा, स्वदेश दर्शन प्रतिनिधित्व नवीन कुमार, संस्था सदस्य मनोज जैन, विजय सिंह सोलंकी, महेंद्र सिंह राठौड़, जय सिंह सोलंकी, पूरणमल लालावत, सागर जैन, राजवीर सिंह हाड़ा , सुखमहल कर्मचारी सुनील डागर, भीमराज बैरवा, अमित शर्मा आदि उपस्थित रहे।
यह जानकारी संस्था सचिव संजय खान ने दी।