ब्यूरो चीफ़ शिवकुमार शर्मा
बारां राजस्थान
सिंगल सुपर फॉस्फेट से बढे़गा सोयाबीन, उड़द का उत्पादन-ललित मीणा
बारां 24 जून। पंचायत समिति किशनगंज के प्रांगण में सहरिया एवं गैर जनजाति के लघु व सीमान्त महिला कृषकों को निशुल्क मक्का बीज मिनिकिट वितरण के कार्यक्रम में किशनगंज-शाहाबाद विधायक ललित मीणा बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। उन्होंने कृषि विभाग द्वारा कृषकों के हितार्थ प्रकाशित फोल्डर का विमोचन किया। उन्होंने कृषकों को वैकल्पिक उर्वरक डीएपी की जगह सिंगल सुपर फॉस्फेट एवं यूरिया के उर्वरक के उपयोग को बढ़ावा देने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि डीएपी उर्वरक अन्य देशो से आयातित होता है। जबकि सिंगल सुपर फॉस्फेट एवं यूरिया अपने देश में ही बनाया जाता है। जिसके उपयोग से देश को लाभ भी होता है।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक ने अवगत कराया कि खरीफ में सोयाबीन प्रमुख रूप से बोई जाने वाली फसल है। विगत वर्षो में सोयाबीन का बुवाई क्षेत्र 2.50 लाख हेक्टेयर रहा है। इस वर्ष भी लगभग 2.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन की बुवाई संभावित है। सोयाबीन एकं तिलहनी फसल है जिसमें 18-20 प्रतिशत तेल पाया जाता है। तेल की गुणवत्ता एवं उत्पादकता में वृद्धि हेतु सिंगल सुपर फॉस्फेट एक रामबाण उर्वरक है जिसमें 16 प्रतिशत फास्फोरस, 11 प्रतिशत गंधक एवं 21 प्रतिशत कैल्शियम पाया जाता है। सिंगल सुपर फॉस्फेट एक बहु पोषक तत्व वाला उर्वरक है जो भूमि की उर्वरकता एवं उत्पादकता को बढ़ाये रखनें में महत्वपूर्ण योगदान करता है। सिंगल सुपर फॉस्फेट 50 किग्रा. प्रति बीघा बुवाई से पूर्व व अन्तिम जुताई के समय खेत में मिला देवे इसके पश्चात सोयाबीन,उड़द फसल की बुवाई करे। सिंगल सुपर फॉस्फेट तिलहनी फसलों में तेल की मात्रा को बढ़ाता है वही दलहन फसलों में प्रोटीन की मात्रा को भी बढाता है। अम्लीय मृदाओं के लिए भूमि सुधारक का भी कार्य करता है। सस्ता एवं सुलभ उर्वरक हैे। कृषक पाउडर, दानेदार सिंगल सुपर फॉस्फेट का प्रयोग करें।