प्रवेशोत्सव के तहत 1 जुलाई से प्रतिदिन होने वाले नामांकन की मॉनिटरिंग करें

ब्यूरो चीफ़ शिवकुमार शर्मा
कोटा राजस्थान

कोटा, 11 जुलाई। प्रवेशोत्सव अभियान की कोटा जिले में प्रगति को लेकर गुरूवार को कलेक्ट्रेट के न्यू सभागार में समीक्षा बैठक हुई। बैठक में सभी मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में 1 जुलाई से प्रतिदिन होने वाले प्रवेश की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
बैठक में निर्देश दिए गए कि स्कूल वाईज एवं क्लास वाईज नामांकन की मॉनिटरिंग की जाए एवं प्रवेशोत्सव के तहत कम नामांकन होने के कारणों का पता लगाया जाए। उन्होंने कहा कि जिन ब्लॉक में न्यूनतम प्रवेश हुए हैं वहां सीबीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए और जिन स्कूलों में जीरो नामांकन है वहां के प्रिंसिपल को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर कृष्णा शुक्ला ने नामांकन के अनुसार वृक्षारोपण के लक्ष्य के विरूद्ध अभी तक खोदे गए गड्ढों एवं लगाए गए पौधों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि सीबीईओ एवं प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी वृक्षारोपण अभियान के तहत जगह चिन्हित करने एवं गड्ढे खोदने को लेकर प्रत्येक सप्ताह समीक्षा करेंगे ताकि तय लक्ष्यों की प्राप्ति की जा सके।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ने सभी सीबीईओ से कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जहां स्कूलों में जगह नहीं है वहां चारागाह भूमि पर वृक्षारोपण के लिए जगह चिन्हित कर पौधे लगाए जाएं। उन्होंने स्कूल वाईज चिन्हित जगहों की सूची देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्कूल परिसर एवं खेल मैदानों में जहां-जहां अतिक्रमण है उन अतिक्रमणों को चिन्हित कर संबंधित अतिक्रमी को नोटिस जारी किए जाएं एवं जहां जरूरत पड़े वहां एफआईआर दर्ज कराई जाए। ब्लॉक जिला शिक्षा अधिकारियों ने बताया कि कई जगह खेल मैदान में बाड़े बनवाकर गाय-भैंसें बांधी जा रही हैं एवं कई जगह कच्चे-पक्के मकान बना लिए गए हैं। पटवारी के माध्यम से सीमांकन करवाकर स्कूल परिसर एवं खेल मैदानों के अतिक्रमण चिन्हित करवाए जा रहे हैं। सीमांकन के बाद अतिक्रमण करने वालों को नोटिस जारी कर हटाने को कहा गया है। बैठक में स्कूलों को नल कनेक्शन से जोड़ने एवं जहां पाईप लाईन नहीं है वहां पंचायतों के माध्यम से पाईप लाईन डलवाकर नल कनेक्शन करवाने के निर्देश दिए गए। साथ ही, अस्थाई भवनों में चल रहे स्कूलों को चिन्हित करने तथा स्कूल बिल्डिंग के जर्जर हिस्सों को चिन्हित कर कांटे आदि लगाकर सुरक्षित करने को कहा गया ताकि किसी तरह का हादसा नहीं हो। बैठक में कहा गया कि सीएसआर के तहत पैसा उन्हीं जगहों पर लगाया जाए जहां कमरों एवं टॉयलेट आदि मूलभूत सुविधाओं की जरूरत है। जिन स्कूलों में पहले से ही पर्याप्त कमरे एवं अन्य सुविधाएं हैं वहां और कमरे नहीं बनवाएं जाएं। डीईओ एवं जिला कलक्टर की अनुमति के बिना सीएसआर फंड का उपयोग नहीं करने के निर्देश दिए गए। बैठक में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी केके शर्मा ने विभागीय प्रगति के बारे में जानकारी दी। बैठक में एसीईओ जिला परिषद प्रवीण, विभिन्न ब्लॉक के सीबीईओ, प्रिंसिपल एवं अन्य उपस्थित थे।

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