पर्थ में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया के बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। भारतीय टीम की पहली पारी महज 150 रनों पर सिमट गई, जिससे ऑस्ट्रेलिया को बड़ी बढ़त मिली। हालांकि, भारतीय टीम के कार्यवाहक कप्तान और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को मैच में बनाए रखा है।
ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी के दौरान बुमराह ने अपनी घातक गेंदबाजी से विपक्षी टीम को परेशान कर दिया। ख़बर लिखे जाने तक ऑस्ट्रेलिया ने बुमराह की शानदार गेंदबाजी के सामने 20 रन के भीतर ही तीन विकेट खो दिए। बुमराह ने सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया का बड़ा खिलाड़ी नाथन मैकस्वीनी को पवेलियन भेजा, जो 10 रन बनाकर एलबीडब्ल्यू आउट हुए।
इसके बाद बुमराह ने लगातार सफलता हासिल की और ऑस्ट्रेलिया के दूसरे महत्वपूर्ण बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा को 8 रन के स्कोर पर विराट कोहली के हाथों कैच आउट कर दिया। बुमराह की घातक गेंदबाजी का सिलसिला यहीं नहीं रुका। उन्होंने अगली गेंद पर स्टीव स्मिथ को गोल्डन डक पर आउट कर ऑस्ट्रेलिया को और भी दबाव में डाल दिया।
बुमराह की गेंदबाजी ने ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर धकेल दिया है और अब भारत की जीत की उम्मीदें जसप्रीत बुमराह पर टिकी हैं। भारतीय गेंदबाज के शानदार प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया कि भले ही बल्लेबाजों ने निराश किया हो, लेकिन बुमराह के रूप में भारत के पास मैच जीतने का एक मजबूत हथियार है। अब देखना यह है कि बुमराह और बाकी गेंदबाज मिलकर ऑस्ट्रेलिया को पूरी तरह से नाकाम कर पाते हैं या नहीं।