नई दिल्ली, 12 मार्च 2025 – होलिका दहन 2025 का दिन न केवल पौराणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि ज्योतिषीय रूप से भी इसे विशेष माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन शिवजी और चंद्रमा से जुड़े कुछ खास उपाय करने से न केवल स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं दूर होती हैं, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि भी बढ़ती है।
होलिका दहन और हरिहर पूजा का महत्व
ज्योतिषाचार्य नीतिका शर्मा के अनुसार, “फाल्गुन पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और शिव की संयुक्त पूजा यानी हरिहर पूजन करने से समस्त दोषों का नाश होता है। यह दिन बुरी शक्तियों पर विजय का प्रतीक है, क्योंकि इसी दिन भक्त प्रह्लाद को बचाने के लिए भगवान विष्णु ने कृपा की थी।”
शिव पूजा से नष्ट होंगे दोष
होलिका दहन के दिन शिवलिंग पर जल और दूध अर्पित करने से स्वास्थ्य समस्याओं से मुक्ति मिलती है। बेलपत्र और भस्म चढ़ाने से कालसर्प दोष, पितृ दोष और ग्रह दोष का प्रभाव कम होता है। शिव मंत्र “ॐ नमः शिवाय” का 108 बार जप करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है।
चंद्रमा को अर्घ्य देने का विशेष लाभ
फाल्गुन पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की पूजा करने से मन शांत होता है और रोगों से राहत मिलती है।
अर्घ्य देने की विधि:
जल में दूध, शहद और गंगाजल मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य दें। अबीर, गुलाल, अक्षत और फूल अर्पित करें।
“ॐ सों सोमाय नमः” मंत्र का जप करें।
बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए खास उपाय
1. गाय के घी का दीपक जलाएं – इसे घर के मुख्य द्वार पर रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
2. गुड़ और तिल का दान करें – इससे राहु-केतु के दोष समाप्त होते हैं।
3. पीली हल्दी और चंदन से होलिका की परिक्रमा करें – इससे त्वचा संबंधी रोग समाप्त होते हैं।
निष्कर्ष
होलिका दहन का दिन आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत शुभ होता है। शिवजी और चंद्रमा से जुड़े ये सरल उपाय अपनाकर न केवल स्वास्थ्य समस्याओं से मुक्ति पाई जा सकती है, बल्कि जीवन में सुख-शांति और समृद्धि भी लाई जा सकती है।
