राजस्थान के दौसा उपचुनाव में कांग्रेस को बड़ी जीत दिलाने वाले नवनिर्वाचित विधायक दीनदयाल बैरवा ने अपनी विजय का श्रेय जनता के समर्थन को दिया। संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में बैरवा ने मीडिया से बातचीत के दौरान अपनी जीत, भाजपा पर निशाने और सचिन पायलट के खिलाफ अपमानजनक भाषा की कड़ी आलोचना जैसे मुद्दों पर अपनी राय स्पष्ट की।
जनता का “डायरेक्ट करंट” बना जीत की वजह
दीनदयाल बैरवा ने भाजपा उम्मीदवार किरोड़ी लाल मीणा को हराने पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनकी जीत का मुख्य कारण जनता का समर्थन था। बैरवा ने कहा, “मेरे पास डायरेक्ट करंट था यानी जनता से सीधा कनेक्शन। जनता का करंट मेरे साथ था, और इसने मुझे मजबूत बनाया।” उन्होंने अपनी विजय को जनता के विश्वास और कांग्रेस की जमीनी नीतियों का परिणाम बताया।
भाजपा प्रदेश प्रभारी पर तीखा हमला
बैरवा ने भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि उपचुनाव के दौरान अग्रवाल का दौसा न आना भाजपा के लिए फायदेमंद रहा, वरना जनता ने उनके खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करने की पूरी तैयारी कर रखी थी। बैरवा ने कहा, “अच्छा हुआ कि भाजपा के प्रदेश प्रभारी चुनाव के समय दौसा नहीं आए, नहीं तो जनता उनका चुनाव पहले ही निपटा देती।”
सचिन पायलट के खिलाफ भाषा की निंदा
सचिन पायलट के खिलाफ भाजपा नेताओं द्वारा उपयोग की गई अपमानजनक भाषा की कड़ी आलोचना करते हुए बैरवा ने कहा कि ऐसे शब्द किसी भी स्टार प्रचारक और सर्व समाज के नेता के लिए अनुचित हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह के बयान न केवल राजनीति की गरिमा को गिराते हैं, बल्कि समाज में गलत संदेश भी देते हैं।
उन्होंने यह भी कहा, “अगर ऐसा बयान कोई नेता कांग्रेस में देता तो हम उसे पार्टी से बाहर निकालने की मांग करते।” बैरवा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि पार्टी अपने नेताओं के अनुचित व्यवहार पर कोई कार्रवाई नहीं करती।
जनता ने दिया स्पष्ट संदेश
बैरवा ने कहा कि उपचुनाव के परिणाम साफ तौर पर जनता की नाराजगी को दिखाते हैं। उन्होंने भाजपा के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी के बड़े नेताओं का उपचुनाव के दौरान क्षेत्र में न आना यह साबित करता है कि जनता से उनका जुड़ाव खत्म हो चुका है।
भविष्य की राजनीति की ओर इशारा
इस कार्यक्रम में बैरवा ने साफ किया कि कांग्रेस जनता की सेवा और उनके मुद्दों पर काम करती रहेगी। उन्होंने उपचुनाव को लोकतंत्र के प्रति जनता की गहरी आस्था का प्रमाण बताया और कहा कि यह जीत केवल कांग्रेस की नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति की है जिसने विकास और सच्चाई का साथ दिया।
दौसा में दीनदयाल बैरवा का यह बयान उनकी मजबूत राजनीतिक पकड़ और जनता से सीधे जुड़ाव को दिखाता है। उनकी जीत ने कांग्रेस के आत्मविश्वास को बढ़ाया है और आने वाले चुनावों के लिए एक नई दिशा प्रदान की है।