बेंगलुरु: बेंगलुरु में एक टेक कर्मी, अतुल सुभाष, की आत्महत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस घटना के बाद अभिनेत्री और सांसद कंगना रनौत ने नकली नारीवाद को दोषी ठहराते हुए तीखा बयान दिया। कंगना ने कहा कि यह घटना समाज में बढ़ते उत्पीड़न और कानूनों के गलत इस्तेमाल का उदाहरण है।
कंगना का बयान:
कंगना ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, “यह घटना दिल दहला देने वाली है। पत्नी और उसके परिवार द्वारा कथित उत्पीड़न के कारण यह मौत हुई। हालांकि, 99 प्रतिशत शादियों में पुरुषों की ही गलती होती है, लेकिन हमें कानून का गलत इस्तेमाल नहीं होने देना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि “नकली नारीवाद निंदनीय है और यह समाज को तोड़ने का काम करता है।”
मृतक के भाई की मांग:
अतुल सुभाष के भाई ने कहा कि पुरुषों को भी कानूनी सुरक्षा मिलनी चाहिए। उनका दावा है कि उनके भाई पर पत्नी और उसके परिवार ने आर्थिक और मानसिक दबाव बनाया, जिसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया। “पुरुषों के पास पत्नियों द्वारा उत्पीड़न के मामलों में सुरक्षा का कोई साधन नहीं है,” उन्होंने कहा।
पुरुषों के अधिकारों पर बहस:
यह मामला अब पुरुषों के अधिकारों और उनके लिए कानूनी सुरक्षा की आवश्यकता पर बहस छेड़ रहा है। कंगना रनौत का कहना है कि कुछ महिलाएं कानून का दुरुपयोग करती हैं, जिससे पुरुषों का जीवन संकट में पड़ता है।
घटना के बाद माहौल गर्म:
यह घटना और कंगना का बयान सोशल मीडिया पर तेजी से चर्चा का विषय बन गए हैं। जहां एक ओर लोग कंगना के बयान का समर्थन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इसे भ्रामक और गैर-जिम्मेदाराना बता रहे हैं। मामले की जांच जारी है, और सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि आखिरकार इस पर क्या निष्कर्ष निकलेगा।