राष्ट्र रक्षा में महाराणा प्रताप वैश्विक नायक : अभिनव

भारतीय समाज में महिला पुरुष एक-दूसरे के पूरक, परिवार एक यूनिट की तरह : ऋतु सारस्वत

सोशल मीडिया से समाज को बांटने वाला कंटेंट डीप स्टेट का हिस्सा: योगेश, सोशल मीडिया एक्सपर्ट

रंगमंच पर 1893 का शिकागो भाषण का दृश्य जीवंत हुआ, श्रोता स्वत्व से हुए विभोर

एमटीएफ 3.0 का समापन, प्रतिभागियों का हुआ सम्मान

अतुल्य संसार न्यूज़। प्रदीप सोलंकी

राजसमंद। 12 जनवरी : साहित्य व संवाद के उत्सव मेवाड़ टॉक फेस्ट का दो दिवसीय तीसरा संस्करण राजसमंद शहर के भिक्षु निलयम में “भारत के स्व की कहानी” थीम पर सम्पन्न हुआ। स्वामी विवेकानन्द जयंती पर स्वामी जी का स्मरण किया गया।

फेस्ट के दूसरे दिन रविवार को पहले पैनल डिस्कशन सत्र “क्रिटिकल थिंकींग इन डिजिटल एज” में सोशल मीडिया एक्सपर्ट योगेश राजपुरोहित ने कहा कि वर्तमान समय में हमारे समाज की सोचने, समझने व्यवहार करने के तौर-तरीके सोशल मीडिया से बहुत प्रभावित हो रहे है। सोशल मिडिया समाज में डिजिटल डिवाइड पैदा हो रहा है, जिसके पीछे डीप स्टेट के रूप में विदेशी शक्तियां भी शामिल है। ट्विटर व मेटा ने भारत से जुड़े मूद्दो को उकसाने वाले चीन से चल रहे अकाउंट्स पर कार्रवाईयां भी की है।
अन्य पैनलिस्ट सोशल वर्कर मामराज मेघवाल, सोशल मीडिया एक्सपर्ट योगेश राजपुरोहित, इंफ्लुंसर परिधि भटनागर व स्कॉलर प्रवीण मकवाना से मॉडरेटर शीतल पालीवाल ने चर्चा की। चर्चा में फेक नैरेटिव, सोशल मीडिया पर सही कंटेंट को पहचाने की बारीकियों पर चर्चा के साथ डीप स्टेट जैसे विषय को युवाओं को बताया गया। मामराज मेघवाल ने सकारात्मक कार्यों और समाज को जोडने के लिए सोशल मीडिया को अच्छा मंच बताया।

प्रात: सत्र में अमर बलिदानी कालीबाई भील को समर्पित शॉर्ट फिल्म वीरबाला का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर निर्देशक शुभम, बाल कलाकार भूमिका भट्ट व अभिनेत्री परिधि भटनागर अपने अनुभव युवाओं के साथ शेयर किए। निर्देशक ने बताया कि गुरु नानाभाई खांट के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाली 13 वर्षीय बालिका को शिक्षा की ज्योति जलाएं रखने याद किया जाता है। परिधी ने कहा कि सोशल मीडिया पर कंटेंट ‘समाज निर्माण’ के उद्देश्य से होना चाहिए।

आईआईएमसी नई दिल्ली की प्रो संगीता प्रणवेन्द्र ने “क्रिएटिव राइटिंग” पर कार्यशाला ली। उन्होंने कहा की प्रतिभागियों को प्रतिदिन के होने वाली घटनाओं को लिखने का तरीका सीखना चाहिए। पुस्तकों, कविता, कहानी, मूवी, लेख, पत्र-पत्रिकाओं को देखकर, सुनकर, पढ़कर मस्तिष्क में शब्दावली को बढ़ाना चाहिए।

समानांतर सत्र में रूचि श्रीमाली ने “आर्ट ऑफ रिडिंग” में कैसे पढ़ा जाएं, पढ़ने में एकाग्रता कैसे लाई जाएं, पुस्तकों का चयन कैसे किया जाएं जैसी जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। इस सत्र में युवाओं ने पुस्तकों के साथ जुड़ाव बनाए रखने की कला भी सिखी।

लेखक की बात सत्र में चन्द्रेश टेलर ने अपनी पुस्तक “वर्तमान में हनुमान” पर अपने विचार रखे और श्रोताओं से चर्चा की।

दूसरे पैनल डिस्कशन सत्र “शक्ति की अभिव्यक्ति” में समाजशास्त्री ऋतु सारस्वत ने कहा कि भारतीय समाज दर्शन में महिलाएं प्रथम सम्मानित रही। विदेशी संस्कृति के आक्रमण ने भोग व दमन का कुंठित विचार आया। समाजशास्त्री ऋतु श्रीवास्तव के साथ लेखक शिवानी स्वर्णकार और लीगल एक्सपर्ट एडवोकेट ललित साहू से रूचि श्रीमाली ने चर्चा की। समाज में महिलाओं की शक्ति को उजागर करने के लिए करणीय काम पर प्रकाश डाला। उनकी समस्या, सुरक्षा, अधिकार और दायित्व पर चर्चा की गई। महिला और पुरुष समाज में एक दूसरे के पूरक हैं, एक साथ चलने की आवश्यकता है।

समापन सत्र “संदेश: विश्व पटल पर भारत” में रक्षा विशेषज्ञ अभिनव पांड्या व की उपस्थिति में प्रतिभागियों व वॉलंटियर्स को सम्मानित किया गया। उदयपुर संभाग के सुचना एवं जनसंपर्क विभाग के संयुक्त निदेशक कमलेश शर्मा ने सत्र का समन्वय किया।

फेस्ट में विशेष रूप से राज पुस्तक मंडप सजाया गया, जिसमें पुस्तक प्रेमियों के लिए 3000 से अधिक पुस्तकें उपलब्ध रही। जिनमें 700 से अधिक टाइटल देखने को मिले।भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय का उपक्रम नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) भी मेवाड़ टॉक फेस्ट में सम्मिलित हुआ। एनबीटी के साथ इण्डस स्क्रॉल्स प्रेस, गरूड़ प्रकाशन, ब्लू वन इंक, सुरूचि प्रकाशन, शांति पब्लिशर्स इंडिया, विचार विनिमय प्रकाशन, आई व्यू एंटरप्राइजेज, ज्ञान गंगा प्रकाशन, प्रभात प्रकाशन, अर्चना प्रकाशन भोपाल, लोकहित लखनऊ व आकाशवाणी प्रकाशन जालंधर सहित कई अन्य प्रकाशकों की पुस्तकें रही। हर पाठक के लिए पुस्तक मंडप में विविध प्रकार जैसे बाल साहित्य के साथ ही युवाओं के लिए प्रतियोगी परीक्षा की पुस्तकें, विज्ञान, तकनीकि, साहित्यिक पुस्तकें, आत्मकथाएँ धार्मिक, जीवनी-आत्मकथाएँ कहानियां और वैचारिकी पुस्तकें सम्मलित थी। ये पुस्तकें हिन्दी, अंग्रेजी, गुजराती, पंजाबी सहित कई भाषाओं में उपलब्ध रही। इस पुस्तक मेले में युवाओं का तांता लगा रहा।

स्वामी विवेकानंद पर नाटिका से जीवंत हुआ शिकागो भाषण

स्वामी विवेकानंद जयंती की पूर्व संध्या पर केएल कलावत के निर्देशन में स्वामी विवेकानंद के जीवन पर आधारित नाटिका का मंचन हुआ। नाटक में विवेकानन्द दिशान्त साहू, रामकृष्ण कलावत के. एल., राहगीर अजय सक्सेना, अतिथि खुशबू और शिष्य भारती प्रजापति ने अभिनय किया। नाटिका में 1893 में शिकागो की धर्म संसद में दिए स्वामी विवेकानंद के भाषण को नाटिका में जीवंत रूप देने के साथ ही स्वामी जी जीवन की प्रमुख घटनाओं का मंचन किया गया।

पुस्तक विमोचन

एमटीएफ 3.0 में चन्द्रेश टेलर की पुस्तक “वर्तमान में हनुमान”, मुरारी गुप्ता की पुस्तक “सुगंधा”, उमेश कुमार चौरसिया की “मैं विवेकानन्द हूं” और इंदु मणि की “लेटर्स टू एडिटर” का विमोचन किया गया।


लेखक की बात

मुक्ताकाश मैदान में “लेखक की बात” सत्र में राजसमंद के पुस्तक प्रेमियों व पाठकों को लेखकों से बातचीत करने का अवसर प्राप्त मिला और साथ ही लोग लेखकों से अपनी क्रय की हुई पुस्तक पर उनके हस्ताक्षर करवाएं।

संविधान के 75 वर्ष पर प्रदर्शनी- संविधान लागू होने के 75 वर्ष होने पर प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी में संविधान में शामिल किए गए 22 चित्रों की बारीकियां, संविधान के उस हिस्से में शामिल किए जाने के महत्व के साथ दिखाया गया हैं। संविधान की मूल प्रति में लगभग हर अध्याय के आरंभ में कोई न कोई चित्र छापा गया हैं। एसडीएम बृजेश गुप्ता ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर कहा कि संविधान में लगाए चित्रों की महत्व समझना युवाओं के साथ प्रत्येक नागरिक के लिए आवश्यक है।

विशेष आकर्षण

प्रभु श्री द्वारकाधीश जी की छवि ने विज़िटर्स को श्रद्धावनत किया। कार्यक्रम में आएं प्रतिभागियों ने मोलेला आर्ट का लाइव निर्माण अपने हाथ से कला कृतियां जैसे दीपक आदि बनाएं । ठाकुर जी के श्रृंगार सामग्री, मोलेला आर्ट का लाइव कलाकृति निर्माण, जनजाति महिलाओ द्वारा निर्मित उत्पाद, चाय के वैकल्पिक उत्पाद, नाश्ते आदि की भी स्टॉल लगी। नगर के राघवम ग्रुप और मोक्ष, मनीष व वरूण की टीम ने राजस्थानी गीतों पर बैंड परफॉर्मेंस दी।

विजेताओ का सम्मान
समापन सत्र में ड्राइंग प्रतियोगिता में प्राथमिक में निरव कंसारा, सीनियर में गार्गी कुमावत, सुनीता राजपूत व खुशी बानो और कॉलेज से चारूल, गोविन्द वैष्णव, अजय लौहार, हर्षा, प्राची व खुशी को उत्कृष्ठ प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। स्टोरी टेलिंग प्रतियोगिता में स्वरा राठौड, अश्विनि, युवराज व माधवी को सम्मानित किया गया। वॉलंटियर्स को पुस्तक, प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर प्रेरणा दी गई। युवाओ ने सेल्फी और रिल्स बनाई।

PRADEEP SOLANKI
Author: PRADEEP SOLANKI

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