ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। घर बैठे पैसे कमाने का लालच अब लोगों के लिए एक बड़ा जाल बनता जा रहा है। हरियाणा के एक युवक, राहुल, के साथ ऐसा ही धोखा हुआ, जिसमें उसने 7,24,990 रुपये गंवा दिए। यह मामला साइबर ठगी का है, जिसमें स्कैमर्स ने टेलीग्राम ग्रुप के जरिए फंसाया।
टेलीग्राम पर ‘टास्क ग्रुप 882’ बना जाल
रिपोर्ट्स के अनुसार, राहुल को एक टेलीग्राम ग्रुप, ‘टास्क ग्रुप 882’, में जोड़ा गया। इस ग्रुप में बताया गया कि टास्क पूरा करने के बदले पैसे कमाए जा सकते हैं। राहुल को एक लिंक दिया गया, जिसे खोलकर टास्क पूरा करना था।
जैसे ही राहुल ने काम शुरू किया, उसे बताया गया कि टास्क के बदले धनराशि देने के लिए पहले उसे खुद पैसे जमा करने होंगे। लालच में आकर उसने अपने और परिवार के बैंक खातों से 16 बार पैसे ट्रांसफर किए। कुल मिलाकर, उसने 7 लाख 24 हजार 990 रुपये ठगों को दे दिए।
पैसे देने के बाद भी दबाव और धमकी
स्कैमर्स ने बार-बार पैसे की मांग जारी रखी। जब राहुल ने पैसे देने से इनकार किया, तो उसे डराने और दबाव डालने की कोशिश की गई। यहां तक कहा गया कि टास्क के पैसे ब्लॉक कर दिए जाएंगे।
आखिरकार, राहुल को एहसास हुआ कि वह एक बड़े फ्रॉड का शिकार हो चुका है। उसने साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई और साइबर थाने में केस दर्ज करवाया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और ठगों को पकड़ने की कोशिश जारी है।
ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए रखें ये सावधानियां
1. निजी जानकारी साझा न करें: किसी अनजान व्यक्ति के साथ फोन नंबर, आधार कार्ड, पैन नंबर जैसी जानकारी साझा न करें।
2. बैंक डिटेल्स गोपनीय रखें: ओटीपी या बैंक संबंधित कोई भी जानकारी किसी को न दें।
3. लालच से बचें: अगर कोई घर बैठे पैसे कमाने का वादा करे, तो पहले उसकी जांच करें।
4. अनजान कॉल और मैसेज से सतर्क रहें: इंटरनेशनल नंबर से आई कॉल न उठाएं और अनजान मैसेज में दिए लिंक पर क्लिक न करें।
5. प्रामाणिकता जांचें: कोई खुद को बैंक, पुलिस, या अधिकारी बताकर बात करे, तो पहले उसकी सत्यता की पुष्टि करें।
ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए सतर्क रहना और समझदारी से काम लेना बेहद जरूरी है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत साइबर क्राइम विभाग को दें।