पिलानी मार्ग पर स्थित कौमी एकता की प्रतीक शक्करबार पीर, नरहड़ दरगाह में चल रहे उर्स के दौरान मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। भीड़ में हुई धक्का-मुक्की से हरियाणा की एक महिला जायरीन की मौत हो गई, जबकि एक अन्य महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। प्रशासन ने भगदड़ की बात को खारिज किया है।
कैसे हुआ हादसा?
घटना उर्स के दौरान कुल के छींटों की रस्म के समय हुई। मृतका की पहचान हरियाणा के हिसार जिले के पातन की रहने वाली रेखा (37) पत्नी अशोक के रूप में हुई है। वहीं, दूसरी घायल महिला नानी देवी (54), जो हरियाणा के जींद जिले के कर्मगढ़ की रहने वाली हैं, का पैर टूट गया है। रेखा को चिड़ावा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। नानी देवी का इलाज अस्पताल में चल रहा है। मृतका रेखा के रिश्तेदार इंद्र सिंह ने बताया कि दरगाह में शाम को भीड़ काफी ज्यादा थी। करीब 1500 से ज्यादा लोग मौजूद थे। धक्का-मुक्की के दौरान रेखा जमीन पर गिर गई। दम घुटने से उसकी मौत हो गई।
घायल महिला का बयान
घायल नानी देवी ने कहा कि वह अपने परिवार के साथ उर्स में शामिल होने आई थीं। भीड़ के दौरान वह गिर पड़ी और उनके पैर में फैक्चर हो गया। उनके मुताबिक, भीड़ अचानक अनियंत्रित हो गई, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बना।
प्रशासन का क्या कहना है?
पिलानी थानाधिकारी रणजीत सिंह सेवदा और तहसीलदार कमलदीप पूनिया ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि भगदड़ जैसी कोई स्थिति नहीं बनी थी। उन्होंने बताया कि भीड़ अधिक होने के कारण यह हादसा हुआ।
दरगाह में सालाना कार्यक्रम
नरहड़ दरगाह में हर साल दो बड़े आयोजन होते हैं:
- तीन दिवसीय उर्स
- जन्माष्टमी मेला
दोनों आयोजनों में देशभर से हजारों लोग शामिल होते हैं। शक्करबार पीर की दरगाह कौमी एकता की प्रतीक मानी जाती है, जहां हिंदू-मुस्लिम सभी धर्मों के लोग आस्था और श्रद्धा के साथ पहुंचते हैं।
स्थानीय प्रशासन की अपील
प्रशासन ने जायरीनों से संयम बनाए रखने और भारी भीड़ में सतर्क रहने की अपील की है। साथ ही, आयोजन समिति को भविष्य में बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।