12 फरवरी 2025: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में रेपो रेट में 0.25% की कटौती किए जाने के बाद छह प्रमुख बैंकों ने अपने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) में बदलाव किया है। इससे होम लोन सहित अन्य कर्ज लेने वाले ग्राहकों की ईएमआई में राहत मिलने की उम्मीद है।
क्यों की गई ब्याज दरों में कटौती?
RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने 5 साल बाद रेपो रेट में बदलाव किया, जिसके बाद बैंकों ने भी अपने लोन रेट्स में कमी की है। रेपो रेट पर आधारित RLLR से जुड़े लोन सीधे तौर पर RBI की दरों से प्रभावित होते हैं, जिससे ग्राहकों को फायदा पहुंचता है।
किस बैंक ने कितनी घटाई ब्याज दरें?
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यूनियन बैंक ऑफ इंडिया:
- RLLR: 9.25% से घटाकर 9%
- MCLR: 8.20% से 9.30% (11 फरवरी से 10 मार्च 2025 तक प्रभावी)
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बैंक ऑफ इंडिया (BOI):
- RLLR: 9.35% से घटाकर 9.10% (7 फरवरी से लागू)
- MCLR: 8.25% से 9.20% (1 फरवरी से लागू)
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पंजाब नेशनल बैंक (PNB):
- BPLR: 9.25% से घटाकर 9% (10 फरवरी से लागू)
- MCLR: 8.40% से बढ़ाकर 9.35%
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बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB):
- RLLR: 10 फरवरी से लागू, 9.10%
- MCLR: 8.15% से 9% (12 फरवरी से लागू)
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इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB):
- RLLR: 9.35% से घटाकर 9.10% (11 फरवरी से लागू)
- MCLR: 8.25% से 9.15% (15 जनवरी 2025 से लागू)
ग्राहकों के लिए क्या फायदे?
- होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ईएमआई घटेगी।
- नए लोन लेने वालों को कम ब्याज दरों पर कर्ज मिलेगा।
- RLLR आधारित लोन लेने वालों को सीधे रेपो रेट कटौती का लाभ मिलेगा।
SEBI का नया डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘MITRA’ भी हुआ लॉन्च
RBI की इस राहत के साथ ही SEBI ने भी निवेशकों के लिए एक नया डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘MITRA’ लॉन्च किया है, जिससे निवेशक अपनी निवेश योजनाओं को सरलता से प्रबंधित कर सकेंगे। ब्याज दरों में कटौती से ग्राहकों को कर्ज चुकाने में बड़ी राहत मिलेगी, खासकर होम लोन और पर्सनल लोन लेने वालों के लिए यह सुनहरा मौका हो सकता है।
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