राजस्थान के कोटा में एक बार फिर कोचिंग हब में सनसनी फैल गई जब 17 वर्षीय NEET अभ्यर्थी हिमांशु सिंह राजपूत की लाश दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर डकनिया रेलवे स्टेशन के पास बुधवार और गुरुवार की रात को बरामद की गई। पुलिस की शुरुआती जांच में इस घटना के पीछे प्रेम प्रसंग का शक जताया जा रहा है। मृतक की पहचान बिहार के बक्सर जिले के निवासी के रूप में की गई है।
प्रेम प्रसंग में उलझी कहानी
पुलिस जांच में सामने आया कि हिमांशु की गर्लफ्रेंड, जो IIT की छात्रा है, ने घटना की रात उसके दोस्तों को फोन कर हिमांशु की मानसिक स्थिति को लेकर चिंता जताई थी। उसने दोस्तों को बताया कि हिमांशु कोई बड़ा कदम उठा सकता है। दोस्तों के कमरे पर पहुंचने से पहले ही वह लापता हो चुका था।
घर से लौटने के बाद हादसा
पुलिस के अनुसार, हिमांशु मंगलवार को ही अपने पीजी रूम में घर से वापस लौटा था। परिवार ने बताया कि वह कभी भी परेशान नहीं दिखा और न ही किसी समस्या का संकेत दिया। घटना को परिवार ने दुर्घटना मानते हुए पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया। पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया और मामले की जांच जारी है।
कोटा में बढ़ते आत्महत्या के मामले
कोटा, जिसे देश का कोचिंग हब माना जाता है, लगातार बढ़ती आत्महत्याओं को लेकर सुर्खियों में है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, वर्ष 2025 में अब तक 8 छात्रों ने आत्महत्या कर ली है। कुछ दिन पहले ही 18 वर्षीय अंकुश मीणा ने प्रेम प्रसंग के चलते अपने पीजी रूम में फांसी लगाकर जान दे दी थी।
विशेषज्ञों की राय: मनोचिकित्सक और शिक्षाविदों का मानना है कि छात्रों पर पढ़ाई का दबाव, प्रतिस्पर्धा और निजी जीवन की उलझनें तनाव का कारण बन रही हैं। उन्होंने अभिभावकों, कोचिंग संस्थानों और प्रशासन से छात्रों की मानसिक सेहत पर ध्यान देने की अपील की है।
कोटा प्रशासन का बयान: कोटा पुलिस ने छात्रों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाने का वादा किया है। DSP शंकर लाल ने कहा, “हम छात्रों को तनावमुक्त माहौल देने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे और जरूरत पड़ने पर काउंसलिंग सेंटर की संख्या बढ़ाएंगे।”
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