वॉशिंगटन: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA और SpaceX ने Crew-10 मिशन के तहत फाल्कन 9 रॉकेट और ड्रैगन अंतरिक्ष यान को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर चार नए अंतरिक्ष यात्रियों को भेजना और करीब नौ महीने से फंसे नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना है।
मिशन का महत्व और देरी का कारण
मूल रूप से यह मिशन गुरुवार को लॉन्च किया जाना था, लेकिन हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। आखिरकार, 15 मार्च 2025 को भारतीय समयानुसार सुबह 4:33 बजे इसे सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया।
Crew-10 में कौन-कौन शामिल?
इस मिशन में चार अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं:
ऐनी मैकक्लेन (NASA)
निकोल आयर्स (NASA)
ताकुया ओनिशी (JAXA, जापान)
किरिल पेस्कोव (Roscosmos, रूस)
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर क्यों फंसे ISS में?
जून 2024 में नासा के बोइंग स्टारलाइनर मिशन के जरिए सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को ISS पर भेजा गया था। यह केवल 8 दिनों का मिशन था, लेकिन स्टारलाइनर में तकनीकी खराबी के चलते उनकी वापसी में लगभग नौ महीने की देरी हो गई।
NASA ने उनकी वापसी के लिए Crew-9 मिशन में जगह छोड़ दी थी, जिससे अब Crew-10 के अंतरिक्ष यात्रियों के पहुंचने के कुछ दिनों बाद वे धरती पर लौट सकेंगे।
राजनीतिक विवाद: ट्रंप और मस्क ने बाइडन प्रशासन पर साधा निशाना
Crew-10 मिशन को लेकर अमेरिकी राजनीति में भी विवाद देखने को मिला।
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला- SpaceX के CEO एलन मस्क ने जो बाइडन प्रशासन पर आरोप लगाया कि उन्होंने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी में जानबूझकर देरी की।
ट्रंप ने इसे NASA की “अव्यवस्थित नीति” का नतीजा बताया और विलियम्स के प्रति अपमानजनक टिप्पणियां भी कीं, जिस पर काफी विवाद हुआ। मस्क ने कहा कि अगर उनकी कंपनियों को पहले मिशन सौंपा जाता, तो यह देरी नहीं होती। हालांकि, NASA के अधिकारियों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
आगे क्या?
Crew-10 के ISS पर पहुंचने के बाद, Crew-9 के सदस्य धरती पर लौटेंगे। इसी दौरान, NASA और SpaceX विलियम्स और विल्मोर की वापसी की अंतिम प्रक्रिया पूरी करेंगे।
यह मिशन SpaceX के लिए एक और बड़ी सफलता है और अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में मानव मिशनों के भविष्य के लिए एक अहम कदम साबित हो सकता है।
