राजस्थान के जयपुर में लाउडस्पीकर से अज़ान पर भाजपा विधायक बालमुकुंदाचार्य की आपत्ति के बाद सियासी माहौल गरमा गया है। विधायक ने जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जोसेफ को पत्र लिखकर अपने विधानसभा क्षेत्र में लाउडस्पीकर से अज़ान को रोकने की मांग की, जिससे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
बालमुकुंदाचार्य की आपत्ति
हवामहल सीट से भाजपा विधायक स्वामी बालमुकुंदाचार्य ने आरोप लगाया कि लाउडस्पीकर से तेज आवाज़ के कारण माइग्रेन और सिर दर्द की समस्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर समस्या है और इसे तत्काल रोका जाना चाहिए।
विधायक ने यह मुद्दा भाजपा विधि प्रकोष्ठ के होली मिलन समारोह में भी उठाया और वकीलों से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की। उन्होंने कहा, “आप मेरे वकील बनकर इस समस्या से निजात दिलाइए।”
डोटासरा का पलटवार
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधायक पर निशाना साधते हुए कहा, “यह हमारा दुर्भाग्य है कि ऐसे ‘नमूने’ सदन में पहुंच गए हैं। जनता ने उन्हें हिंदू-मुसलमान करने के लिए नहीं चुना। कभी महिलाओं के कार्ड चेक करते हैं, कभी बच्चों के पीछे दौड़ते हैं और कभी गनमैन से केले मंगाते हैं। भगवान करे कि वे सुरक्षित रहें, लेकिन मैं डीजीपी से उनकी सुरक्षा की मांग करता हूं, क्योंकि उनके नफरत भरे कामों से किसी का भी दिमाग फिर सकता है।”
भाजपा सरकार पर भी साधा निशाना
डोटासरा ने भाजपा सरकार पर भी हमला बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार ने जनता को वादों में उलझा दिया है और संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा हिंदू-मुसलमान के नाम पर नफरत का माहौल बना रही है।
महिला कांग्रेस की चिंता
डोटासरा ने कांग्रेस के महिला संगठन को मजबूत करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यक्रमों में महिलाओं की संख्या अधिक होती है, जबकि कांग्रेस में यह संख्या कम है। उन्होंने सक्रिय महिलाओं को आगे लाने और सिफारिश के आधार पर पदाधिकारी नियुक्त करने से बचने की बात कही।
निष्कर्ष
लाउडस्पीकर विवाद ने राजस्थान की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी बयानबाजी से साफ है कि यह मुद्दा आने वाले समय में और अधिक गरमाएगा।
