अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों ने आतंकवाद, साइबर सुरक्षा और भारत-अमेरिका के बीच सहयोग को लेकर गहन चर्चा की। यह मुलाकात उस समय हुई जब भारत ने अमेरिका को खालिस्तानी आतंकवाद के मुद्दे पर अपनी चिंता जताई थी।
मुलाकात के मुख्य बिंदु
- आतंकवाद और साइबर सुरक्षा: पीएम मोदी और तुलसी गबार्ड ने आतंकवाद और साइबर सुरक्षा जैसे खतरों से निपटने के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
- भारत-अमेरिका साझेदारी: दोनों नेताओं ने एक मजबूत भारत-अमेरिका साझेदारी के लिए दृष्टिकोण और दिशा निर्धारित की।
- उपहारों का आदान-प्रदान: पीएम मोदी ने तुलसी गबार्ड को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से लाया गया गंगा जल से भरा एक कलश भेंट किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी हुई बैठक
तुलसी गबार्ड ने इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की। इस बैठक में दोनों देशों के बीच मौजूदा रक्षा संबंधों को प्रगाढ़ बनाने, अत्याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल और इससे जुड़ी प्रौद्योगिकी को साझा तौर पर विकसित करने पर चर्चा हुई।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक के बाद सोशल मीडिया साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “अमेरिका की नेशनल इंटेलीजेंस की निदेशक तुलसी गबार्ड के साथ मिलकर काफी खुशी हुई। हमने रक्षा व सूचना क्षेत्र में साझेदारी पर काफी गंभीर बात की ताकि भारत व अमेरिका के संबंधों को और मजबूत बनाया जा सके।”
खालिस्तानी आतंकवाद का मुद्दा
भारत ने अमेरिका से खालिस्तानी आतंकी समूह ‘सिख फॉर जस्टिस’ और इसके संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ कार्रवाई करने का मुद्दा उठाया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी प्रशासन से कहा कि वह भारत के खिलाफ साजिश करने वाले खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे।
तुलसी गबार्ड का भारत दौरा
तुलसी गबार्ड इस समय भारत के दौरे पर हैं। यह उनका पिछले दो महीनों में भारत का दूसरा दौरा है। इससे पहले फरवरी में भी उनकी पीएम मोदी से मुलाकात हुई थी। तुलसी गबार्ड ने एक इंटरव्यू में कहा था कि भारत और अमेरिका के बीच सहयोग की कोई सीमा नहीं है।
भारत-अमेरिका संबंधों को मिली नई गति
तुलसी गबार्ड की यह यात्रा भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। दोनों देशों के बीच रक्षा, सुरक्षा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को लेकर हुई चर्चाओं से यह स्पष्ट है कि भारत और अमेरिका आने वाले समय में और करीबी साझेदारी की ओर बढ़ रहे हैं। इस मुलाकात के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि भारत और अमेरिका आतंकवाद, साइबर सुरक्षा और रक्षा प्रौद्योगिकी जैसे मुद्दों पर और मजबूती से सहयोग करेंगे।
