नई दिल्ली: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) नौ महीने के अंतरिक्ष प्रवास के बाद धरती पर लौट आई हैं। उनकी सुरक्षित वापसी स्पेसएक्स (SpaceX) के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट (Dragon Spacecraft) के माध्यम से फ्लोरिडा तट पर सफलतापूर्वक कराई गई। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने भी खुशी जताई और इसे अंतरिक्ष अन्वेषण में एक बड़ी सफलता बताया।
ISRO ने क्या कहा?
ISRO ने सुनीता विलियम्स की वापसी पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा, “ISS पर एक विस्तारित मिशन के बाद आपकी सुरक्षित वापसी एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। NASA, SpaceX और USA की अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण! आपकी दृढ़ता और समर्पण दुनिया भर के अंतरिक्ष उत्साही लोगों को प्रेरित करता रहेगा।”
ISRO अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने कहा, “जब भारत प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में एक विकसित देश बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, तो हम अंतरिक्ष अन्वेषण में आपकी विशेषज्ञता का उपयोग करने की आशा रखते हैं।” उन्होंने सुनीता विलियम्स को भारत आने का भी निमंत्रण दिया।
पूर्व ISRO प्रमुख ने दी बधाई
इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ. जी माधवन नायर ने इस उपलब्धि को अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा, “यह लगभग नौ महीने तक चले अभियान का सफल समापन है, जो अंतरिक्ष यात्रियों की जीवटता और तकनीकी प्रगति को दर्शाता है।”
भारत के लिए गौरव का क्षण
भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, “पूरा विश्व भारत की इस शानदार बेटी की सुरक्षित वापसी का जश्न मना रहा है। उन्होंने अंतरिक्ष अनिश्चितताओं का सामना करते हुए साहस, धैर्य और स्थिरता का अद्भुत परिचय दिया है।”
लैंडिंग की पूरी प्रक्रिया
अंतरिक्ष से वापसी करने के बाद, सुनीता विलियम्स और उनके तीन साथी अंतरिक्ष यात्री स्पेसक्राफ्ट से बाहर निकाले गए। सबसे पहले उनकी सेहत की जांच की गई। इसके बाद ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को पानी से बाहर निकालकर रिकवरी पोत पर ले जाया गया।
सुनीता विलियम्स की इस वापसी को लेकर भारत में भी उत्साह का माहौल है। वैज्ञानिक समुदाय और आम जनता दोनों ने इस उपलब्धि की सराहना की है।
