जयपुर: राजस्थान दिवस इस वर्ष एक नए और भव्य अंदाज में मनाया जा रहा है। पहली बार, इसे पारंपरिक तिथि के बजाय चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में 25 से 31 मार्च तक पूरे प्रदेश में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
बाड़मेर से होगी भव्य शुरुआत
समारोह की शुरुआत आज बाड़मेर में एक विशाल महिला सम्मेलन (लाडो प्रोत्साहन योजना) से हो रही है। इस अवसर पर प्रदेशभर की महिलाओं और बालिकाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री का आह्वान: विकसित राजस्थान की ओर कदम
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान दिवस को बड़े स्तर पर मनाने का उद्देश्य राज्य के किसानों, युवाओं, महिलाओं और गरीबों के कल्याण के लिए नए अवसर प्रदान करना है। उन्होंने नागरिकों से इन कार्यक्रमों में उत्साहपूर्वक भाग लेने और राजस्थान के विकास में योगदान देने की अपील की।
महिला सशक्तिकरण और कल्याण योजनाओं पर जोर
बाड़मेर में आयोजित महिला सम्मेलन में विभिन्न योजनाओं के तहत करोड़ों रुपये की आर्थिक सहायता वितरित की जाएगी। मुख्यमंत्री इस अवसर पर महिलाओं और बालिकाओं के खाते में धनराशि का सीधा ट्रांसफर (DBT) करेंगे।
प्रमुख योजनाएं और लाभ
- लाडो प्रोत्साहन योजना: 7.50 करोड़ रुपये की राशि सीधे लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर होगी।
- महिला स्वयं सहायता समूह: 100 करोड़ रुपये की CIF राशि का हस्तांतरण।
- इंडक्शन कुकटॉप वितरण: 3,000 महिलाओं को दिया जाएगा।
- कालीबाई भील योजना: 5,000 मेधावी छात्राओं को स्कूटी वितरित की जाएगी।
- प्रोत्साहन राशि: 31,790 बालिकाओं को 13.16 करोड़ रुपये की सहायता।
- विवेकानंद स्कॉलरशिप योजना: मेधावी छात्राओं को वित्तीय सहायता।
- एलपीजी सब्सिडी: 1.10 करोड़ महिला प्रमुख परिवारों को 200 करोड़ रुपये की सहायता।
- टेक होम राशन: अति कुपोषित बच्चों के लिए दूध की मात्रा 15 ग्राम से बढ़ाकर 25 ग्राम की जाएगी।
- सोलर दीदी योजना, बर्तन बैंक योजना और पुस्तकालय स्थापना: 36 महिला महाविद्यालयों में नई योजनाओं का शुभारंभ।
पूरे प्रदेश में पहुंचेगा उत्सव का संदेश
राजस्थान दिवस समारोह का शुभारंभ बाड़मेर से हुआ, लेकिन आने वाले दिनों में प्रदेश के अन्य जिलों में भी भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन आयोजनों के जरिए राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने और प्रदेश को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार का उद्देश्य महिलाओं और छात्राओं को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाना है, जिससे राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास को नई दिशा मिलेगी।
निष्कर्ष
इस वर्ष का राजस्थान दिवस समारोह ऐतिहासिक होने जा रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ने इसे न केवल एक सांस्कृतिक उत्सव बनाया है, बल्कि इसे महिला सशक्तिकरण और विकास योजनाओं का माध्यम भी बनाया है। प्रदेशवासी इस आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लें और राजस्थान को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने में योगदान दें।
