जयपुर, 26 मार्च 2025: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। हाल ही में बेंगलुरु में संपन्न हुई RSS की तीन दिवसीय बैठक के बाद यह अटकलें और तेज हो गई हैं कि जल्द ही नए अध्यक्ष के नाम पर मुहर लग सकती है।
जेपी नड्डा का कार्यकाल खत्म, नया अध्यक्ष कब तक?
वर्तमान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल 2023 में समाप्त हो गया था, लेकिन लोकसभा चुनावों के कारण इसे बढ़ा दिया गया था। चुनावों के बाद नड्डा को मोदी सरकार में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बना दिया गया, जिससे पार्टी को नए अध्यक्ष की तलाश करनी पड़ी।
RSS और बीजेपी के शीर्ष नेताओं के बीच लंबे समय से मंथन चल रहा है, लेकिन अभी तक किसी नाम पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। हालांकि, अंदरूनी सूत्रों की मानें तो पार्टी ने संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार कर ली है, और सहमति बनते ही आधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी।
नए अध्यक्ष के चयन में देरी क्यों?
बीजेपी के नए अध्यक्ष के चयन में हो रही देरी के पीछे कई कारण हैं:
1. संगठनात्मक चुनाव अधूरे: अभी तक 36 में से केवल 12 राज्यों में ही संगठनात्मक चुनाव पूरे हुए हैं। आधे से अधिक प्रदेशों में चुनाव होने के बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जा सकता है।
2. RSS की सहमति जरूरी: बीजेपी अध्यक्ष के चयन में RSS की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। संघ के विचार और सरकार की रणनीति जब तक एकसाथ नहीं आते, तब तक किसी नाम पर मुहर लगाना मुश्किल होता है।
3. दलित और दक्षिण भारत से अध्यक्ष बनाने पर मंथन: पार्टी उत्तर भारत से बाहर अपना विस्तार करने की रणनीति बना रही है, इसलिए इस बार दक्षिण भारत या दलित समाज से किसी चेहरे को मौका दिया जा सकता है।
कौन हो सकता है बीजेपी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष?
नए अध्यक्ष के लिए कई बड़े नाम चर्चा में हैं:
1. भूपेंद्र यादव: राजस्थान के अलवर से सांसद और वर्तमान केंद्रीय मंत्री, पीएम मोदी और अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। संगठन में लंबे समय से काम कर रहे हैं और ओबीसी समुदाय से आते हैं।
2. अर्जुनराम मेघवाल: केंद्रीय कानून मंत्री और दलित समुदाय से आते हैं। बीजेपी में अब तक कोई दलित राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बना है, इसलिए इस बार मेघवाल को मौका दिया जा सकता है।
3. सुनील बंसल: बीजेपी के संगठन में गहरी पकड़, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
4. मनोहर लाल खट्टर: पूर्व हरियाणा मुख्यमंत्री, प्रशासनिक अनुभव के साथ संगठन में भी मजबूत पकड़।
5. प्रह्लाद जोशी: दक्षिण भारत से संभावित चेहरा, पार्टी को दक्षिण में विस्तार की जरूरत है, ऐसे में जोशी का नाम भी चर्चा में है।
6. धर्मेंद्र प्रधान: ओडिशा से आते हैं और पार्टी के बड़े रणनीतिकारों में से एक हैं।
7. शिवराज सिंह चौहान: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, लंबा प्रशासनिक और संगठनात्मक अनुभव।
अध्यक्ष के नाम की घोषणा कब होगी?
बीजेपी की नेशनल एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक 18-20 अप्रैल को बेंगलुरु में होनी है। माना जा रहा है कि इस बैठक से पहले ही नए अध्यक्ष की घोषणा कर दी जाएगी।
निष्कर्ष
बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा, यह बड़ा सवाल बना हुआ है। राजस्थान से किसी नेता के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की संभावना है, लेकिन अंतिम फैसला RSS और शीर्ष नेतृत्व की सहमति पर निर्भर करेगा। आने वाले हफ्तों में इस पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की संभावना है।
