जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह धमकी भरा कॉल बीकानेर जेल से किया गया था। घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर आ गई हैं और जेल परिसर में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस और खुफिया एजेंसियां सतर्क सूत्रों के अनुसार, पुलिस और खुफिया एजेंसियां इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच में जुट गई हैं। सुरक्षा बढ़ा दी गई है और जेल के भीतर संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है।
जेल में बंद कैदी के शामिल होने की आशंका सूत्रों के मुताबिक, यह धमकी जेल में बंद एक कैदी द्वारा दी गई हो सकती है, जिसकी मंशा जेल प्रशासन में फेरबदल कराने की हो सकती है। पुलिस इस ऐंगल से भी जांच कर रही है और जल्द ही मामले का खुलासा करने का दावा कर रही है।
डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को भी मिली थी धमकी यह पहली बार नहीं है जब राज्य सरकार के उच्च पदस्थ नेताओं को इस तरह की धमकियां मिली हैं। दो दिन पहले ही राजस्थान के डिप्टी मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा को भी जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस पर जयपुर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
पहले भी मिल चुकी है धमकी यह दूसरी बार है जब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस तरह की धमकी मिली है। इससे पहले 21 फरवरी को दौसा जेल से कॉल कर उन्हें धमकी दी गई थी, जिसमें एक पॉक्सो एक्ट के तहत सजा काट रहे कैदी का हाथ था। उस मामले में पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए जेलर और दो जेल कर्मियों को निलंबित कर दिया था।
जेलों में सघन तलाशी अभियान के आदेश मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गृह विभाग की बैठक में प्रदेशभर की जेलों में अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर जेल में किसी भी तरह की अवैध सामग्री पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
सभी जेलों में पुलिस और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में औचक तलाशी अभियान चलाने के आदेश दिए गए हैं। अगर किसी नेटवर्क के अवैध सामग्री पहुंचाने में शामिल होने की पुष्टि होती है, तो उस पर एफआईआर दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह मामला राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर एक बड़ी चुनौती बन गया है, जिस पर प्रशासन पूरी तरह से नजर बनाए हुए है।
