जयपुर, 2 अप्रैल 2025: राजस्थान सरकार ने गर्भवती महिलाओं और अतिकुपोषित बच्चों के लिए एक बड़ी योजना की घोषणा की है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने अतिकुपोषित बच्चों को सप्ताह में पांच दिन 25 ग्राम दूध पाउडर देने का प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे पोषाहार के साथ मिलाकर दिया जाएगा। वहीं, गर्भवती महिलाओं को एक किलो घी के साथ मखाना, खजूर और अन्य पौष्टिक आहार से भरपूर ‘सुपोषण न्यूट्री किट’ दी जाएगी।
जुलाई से शुरू होगी योजना
विभाग ने इस योजना के लिए बजट स्वीकृति हेतु वित्त विभाग को प्रस्ताव भेज दिया है। अधिकारियों के अनुसार, जुलाई 2025 से अतिकुपोषित बच्चों को बढ़ा हुआ दूध पाउडर और गर्भवती महिलाओं को न्यूट्री किट मिलने लगेगी।
70,000 बच्चों को मिलेगा लाभ
वर्तमान में, अतिकुपोषित बच्चों को पोषाहार में 15 ग्राम दूध पाउडर दिया जा रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद इसे बढ़ाकर 25 ग्राम कर दिया गया है। इससे 6 महीने से 5 साल तक के लगभग 70,000 बच्चों को फायदा होगा। इस पर प्रतिवर्ष करीब 3.5 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
गर्भवती महिलाओं के लिए पौष्टिक किट
गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली ‘सुपोषण न्यूट्री किट’ में एक किलो घी, आधा किलो खजूर, मखाना, रोस्टेड चना, मूंगफली, फोर्टिफाइड चावल, दूध पाउडर और गुड़ शामिल होंगे। यह किट गर्भावस्था के 5वें से 9वें महीने में दो बार दी जाएगी। इस योजना से राज्य की लगभग 2.5 लाख गर्भवती महिलाओं को लाभ मिलेगा, जिस पर करीब 25 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
अधिकारियों ने क्या कहा?
समेकित बाल विकास सेवाओं के निदेशक ओ.पी. बुनकर ने बताया, “अतिकुपोषित बच्चों को अब 15 ग्राम के बजाय 25 ग्राम दूध पाउडर दिया जाएगा। साथ ही, गर्भवती महिलाओं को पोषणयुक्त किट देकर उनके और उनके होने वाले शिशु के स्वास्थ्य को सुनिश्चित किया जाएगा।”
