भीलवाड़ा जिले के संगम इंडिया लिमिटेड प्लांट में बोनस भुगतान को लेकर श्रमिकों का विरोध प्रदर्शन गुरुवार को हिंसक झड़प में बदल गया। प्रदर्शनकारियों ने न केवल कंपनी परिसर में तोड़फोड़ की, बल्कि पुलिस की गाड़ी पर भी पथराव किया, जिससे वाहन के शीशे टूट गए। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया और 7 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
बोनस भुगतान को लेकर श्रमिकों में आक्रोश
भीलवाड़ा के चित्तौड़ मार्ग स्थित संगम इंडिया लिमिटेड प्लांट में काम करने वाले लगभग 150-200 मजदूर लंबे समय से बोनस की मांग कर रहे थे। श्रमिकों का आरोप है कि प्रबंधन ने बोनस देने का वादा किया था, लेकिन दीपावली से अब तक इसका भुगतान नहीं किया गया। गुरुवार सुबह 10 बजे श्रमिकों ने धरना प्रदर्शन शुरू किया, लेकिन जब कोई समाधान नहीं निकला, तो प्रदर्शन उग्र हो गया।
पुलिस पर हमला, हल्का बल प्रयोग कर खदेड़ा
घटना की जानकारी मिलते ही हमीरगढ़ थाना प्रभारी संजय गुर्जर मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया। हालांकि, स्थिति बिगड़ गई और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस जीप पर पथराव कर दिया। हालात को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा और प्रदर्शनकारियों को प्लांट से बाहर खदेड़ा गया।
कानून व्यवस्था ध्वस्त- डोटासरा
इस घटना पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने कहा, “जो मुद्दे शांति से हल किए जा सकते हैं, वहां हिंसा हो रही है। सरकार केवल भ्रमण और भाषण देने में लगी है, जबकि राज्य की जनता परेशान है।”
प्रशासन ने की संयम बरतने की अपील
इधर, पुलिस और प्रशासन ने श्रमिकों से संयम बरतने और शांतिपूर्ण समाधान निकालने की अपील की है। वहीं, श्रमिक संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रबंधन उनकी मांगें पूरी नहीं करता, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।
सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन घटना के बाद भीलवाड़ा में पुलिस सतर्क हो गई है और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
यह रहा भीलवाड़ा में पुलिस पर हमले की घटना पर समाचार लेख। यदि आपको इसमें कोई बदलाव या अतिरिक्त जानकारी जोड़नी हो तो बताएं!
