जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में फंसे सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) दूदू के अधिशासी अभियंता हरिप्रसाद मीणा के खिलाफ शिकंजा कसना जारी रखा है। शुक्रवार को एसीबी की टीम ने मीणा के दो बैंक लॉकर खोले, जिसमें सोना, चांदी और निवेश के दस्तावेज बरामद किए गए।
एसीबी के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि अनुसंधान अधिकारी भूपेंद्र के नेतृत्व में टीम ने यह कार्रवाई की। लॉकर से मीणा के माता-पिता के नाम पर 3.74 लाख रुपए के सोने में निवेश के बिल और करीब 90 हजार रुपए कीमत की चांदी मिली। जांच में यह भी सामने आया कि कुछ समय पहले, इसी बैंक के लॉकर में रखे 250 ग्राम सोने पर करीब 14 लाख रुपए का गोल्ड लोन लिया गया था। इसके अलावा, जयपुर के मानसरोवर स्थित एक बैंक से भी मीणा ने 280 ग्राम सोने पर लगभग साढ़े 14 लाख रुपए का गोल्ड लोन ले रखा था।
गौरतलब है कि एसीबी ने पहले ही हरिप्रसाद मीणा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर रखा है। जांच के दौरान उनके पांच ठिकानों — जगतपुरा स्थित वीआईटी रोड यूनिक एपोरियम विला, वीआईटी रोड यूनिक न्यू टाउन विला, दौसा के लालसोट स्थित गांव बगड़ी, दूदू स्थित सरकारी कार्यालय और फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित आवास — पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया था।
इन तलाशी अभियानों में एसीबी को करीब चार करोड़ रुपए की संपत्ति का पता चला। एसीबी के अनुसार, मीणा के पास वैध आय से 199.75 प्रतिशत अधिक संपत्ति मिली है। तलाशी में चार लग्जरी कारें, एक बाइक, सात देशों की विदेशी मुद्रा और छह देशों की यात्राओं के प्रमाण भी मिले।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अब मीणा के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई में जुट गई है। मामले में जांच और गहरी हो सकती है, जिससे मीणा की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
