जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का तीन दिवसीय शेखावाटी दौरा शनिवार से शुरू हो रहा है। दौरे के मद्देनज़र प्रशासन सतर्क मोड पर है, क्योंकि उनके आगमन के दौरान विरोध प्रदर्शन की आशंका जताई जा रही है। सीकर, झुंझुनूं और नीमकाथाना जैसे इलाकों में सीएम के खिलाफ माहौल गर्माया हुआ है।
जनता में नाराजगी, सोशल मीडिया पर उबाल
नीमकाथाना को जिला बनाए जाने के बाद उसका दर्जा वापस लेने और सीकर को संभाग से हटाने जैसे फैसलों से आम जनता में भारी नाराजगी है। इसको लेकर हाल ही में सोशल मीडिया पर काले झंडे और काली गाड़ियों के जरिए विरोध प्रदर्शन की तैयारियों की पोस्टें वायरल हो चुकी हैं। हालांकि प्रशासन का कहना है कि इस तरह की कोई आधिकारिक सूचना उनके पास नहीं है। सीकर सांसद अमराराम ने कहा, “सीएम को खुद पता है कि उन्होंने शेखावाटी को क्या दिया है। जनता का आक्रोश स्वाभाविक है। कभी किसी सरकार ने प्रशासनिक इकाई बनाई हो और दूसरी सरकार ने उसे निरस्त किया हो, ऐसा पहली बार हुआ है।”
पेयजल संकट भी बना मुद्दा
वहीं, शेखावाटी क्षेत्र के कई इलाकों में पेयजल संकट भी बड़ा मुद्दा बना हुआ है। खंडेला व अन्य क्षेत्रों में 20-20 दिन से पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। इंदिरा गांधी कैनाल की स्वीकृति मिलने के बावजूद राज्य सरकार की ओर से वर्क ऑर्डर जारी नहीं होने से नाराजगी और बढ़ गई है।
संघर्ष समिति करेगी विरोध
नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी ने स्पष्ट किया है कि सीएम के दौरे का विरोध उनकी संघर्ष समिति की ओर से किया जाएगा। उनका कहना है, “नीमकाथाना को जिला बना कर हटाना जनता के साथ अन्याय है। हम लंबे समय से इसके खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं और अब सरकार को जनता की आवाज सुननी होगी।”
प्रशासन ने कहा – विरोध की कोई पुख्ता जानकारी नहीं
सीकर कलेक्टर मुकुल शर्मा ने बताया कि विरोध प्रदर्शन को लेकर कोई इनपुट फिलहाल नहीं मिला है, लेकिन प्रशासन अलर्ट मोड पर है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है। सीएम भजनलाल शर्मा के इस दौरे में झुंझुनूं, सीकर और आस-पास के इलाकों में जनसभाओं और विकास कार्यों की समीक्षा की जाएगी। देखना यह होगा कि सरकार के खिलाफ उठते जनसैलाब के बीच सीएम का यह दौरा कितना शांतिपूर्ण और सफल रहता है।
