राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। भजनलाल शर्मा सरकार में संभावित मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चाओं के बीच अब मंत्रियों के दिल्ली दौरों का सिलसिला शुरू हो गया है। शनिवार को कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा दिल्ली पहुंचे, जिससे सियासी अटकलों को और बल मिला है।
सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय नेतृत्व की ओर से फेरबदल को हरी झंडी मिल चुकी है और संभावना जताई जा रही है कि 30 अप्रैल से पहले नया मंत्रिमंडल सामने आ सकता है। इस फेरबदल में कई नए चेहरों को मौका मिल सकता है, जबकि आधा दर्जन मंत्रियों को संगठनात्मक भूमिकाओं में स्थानांतरित किया जा सकता है। इसका कारण कुछ मंत्रियों का प्रदर्शन केंद्रीय नेतृत्व की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरना बताया जा रहा है।
किरोड़ी लाल मीणा की भूमिका पर असमंजस
मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने लोकसभा चुनाव के बाद करीब 11 महीने पहले इस्तीफा सौंप दिया था, लेकिन उन्होंने हाल ही में फिर से विभागीय कार्यों में भाग लेना शुरू किया है। दिल्ली दौरे को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि उनके विभाग में बदलाव संभव है। मीणा ने पहले विभागीय बैठकों और विधानसभा कार्यवाही से दूरी बनाई हुई थी, जिससे उनका इस्तीफा स्थायी माना जा रहा था। अब उनकी दिल्ली यात्रा ने एक बार फिर चर्चाओं को हवा दी है।
किन चेहरों को मिल सकता है मौका?
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को केंद्रीय नेतृत्व से मंत्रिमंडल गठन को लेकर फ्री हैंड दिया गया है। इस फेरबदल में प्रदर्शन के आधार पर नए नामों को शामिल किया जा सकता है। संभावित नए मंत्रियों में निम्न विधायक प्रमुख हैं:
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पुष्पेंद्र सिंह (बाली)
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शत्रुघ्न गौतम (केकड़ी)
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श्रीचंद कृपलानी (निंबाहेड़ा)
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पब्बाराम विश्नोई (फलोदी)
इसके अलावा, कुछ राज्य मंत्रियों का प्रमोशन और मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग को भी ऊंची जिम्मेदारी दिए जाने की अटकलें हैं। साथ ही कई विधायकों को संसदीय सचिव बनाए जाने की भी संभावना है।
मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे के बाद अंतिम मुहर
सियासी हलकों का मानना है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इसी सप्ताह दिल्ली दौरे पर जा सकते हैं। उनका यह दौरा फेरबदल की अंतिम मुहर के लिए निर्णायक माना जा रहा है। शुक्रवार को उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय केशव कुंज में वरिष्ठ पदाधिकारियों से मुलाकात की थी। इसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष से भी बैठक की थी। इन मुलाकातों के बाद अब माना जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व की मंजूरी के साथ जल्द ही मंत्रिमंडल में व्यापक फेरबदल होगा, जो राज्य की राजनीतिक दिशा को नए सिरे से तय करेगा।
