जयपुर, 23 अप्रैल 2025 — जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने राजस्थान के जयपुर शहर से जुड़े एक खुशहाल परिवार की जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी। इस दर्दनाक घटना में 34 वर्षीय नीरज उधवानी की मौत हो गई, जो अपनी पत्नी आयुषी के साथ छुट्टियां मनाने भारत आए थे।
दुबई में कार्यरत नीरज, शिमला में एक शादी में शामिल होने के बाद पत्नी के साथ पहलगाम घूमने गए थे। परिजनों के अनुसार, 21 अप्रैल को शुरू हुई उनकी कश्मीर यात्रा 22 अप्रैल को गोलियों की आवाजों में थम गई। आतंकियों द्वारा किए गए हमले में नीरज की मौत हो गई, जबकि पत्नी आयुषी किसी तरह बाल-बाल बच गईं।
पहले गलत पहचान, फिर सामने आया सच
हमले के बाद जारी मृतकों की प्रारंभिक सूची में नीरज को उत्तराखंड का निवासी बताया गया था, लेकिन उत्तराखंड सरकार के स्पष्टीकरण के बाद पुष्टि हुई कि वह जयपुर के मॉडल टाउन (मालवीय नगर) का रहने वाला था।
मातम में डूबा परिवार
नीरज की मां ज्योति उधवानी का रो-रो कर बुरा हाल है। वे बार-बार यही सवाल कर रही हैं: “क्या मेरे बेटे की मौत का कोई जवाबदेह है? क्या उसने सिर्फ छुट्टियां मनाने की कीमत जान देकर चुकाई?”
हाल ही में हुई थी शादी
नीरज और आयुषी की शादी फरवरी 2023 में पुष्कर के भंवर सिंह पैलेस में हुई थी। उनके कोई बच्चे नहीं थे। चाचा भगवान दास उधवानी ने बताया कि नीरज दुबई में चार्टर्ड अकाउंटेंट थे और किसी से कोई दुश्मनी नहीं रखते थे। उनका भारत आना केवल एक शादी और कुछ सुकूनभरे दिनों के लिए था।
शव बुधवार शाम तक जयपुर पहुंचेगा
नीरज के बड़े भाई किशोर उधवानी, जो आयकर विभाग में कार्यरत हैं, ने बताया कि नीरज का पार्थिव शरीर दिल्ली के रास्ते जयपुर लाया जा रहा है। उनके साथ पत्नी आयुषी और परिवार के अन्य सदस्य भी लौट रहे हैं।
सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग
परिवार ने सरकार से इस हमले पर कड़ा एक्शन लेने की मांग की है। नीरज की मां का कहना है, “मेरा दुख तब तक कम नहीं होगा जब तक इन आतंकियों को सज़ा नहीं मिलती।” चाचा भगवान दास ने कहा, “सरकार को इस केस को लंबा नहीं खींचना चाहिए, हमें तुरंत इंसाफ चाहिए।”
नेताओं ने जताई संवेदना
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हमले की निंदा करते हुए संवेदना जताई। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सोशल मीडिया पर लिखा, “पहलगाम में हुआ आतंकी हमला एक नृशंस और अमानवीय कृत्य है। इस हमले में जयपुर के श्री नीरज उधवानी जी सहित कई लोगों की मृत्यु पीड़ादायक है।”
एक परिवार का टूटता सपना
नीरज की मौत सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि एक पूरे परिवार के सपनों, उम्मीदों और रिश्तों की मौत है। वह बेटा, जो मां से वादा कर गया था कि जल्द लौटेगा; वह पति, जिसने नई जिंदगी की शुरुआत की थी – अब सिर्फ यादों में रह गया है।
