पहल्गाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में एक बार फिर से भारी तनाव उत्पन्न हो गया है। भारत सरकार ने इस हमले के बाद दो बड़े कदम उठाए हैं—सिंधु जल संधि को रद्द करने की तैयारी और अटारी बॉर्डर चेकपोस्ट को बंद करना। इन कदमों ने पाकिस्तान में खलबली मचा दी है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि “भारत हमें कमजोर न समझे। पाकिस्तान की सेना भारत की किसी भी आक्रामकता का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।” उन्होंने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान ने ईरान-अफगानिस्तान सीमा के पास से एक कथित भारतीय जासूस को गिरफ्तार किया है।
कुलभूषण जाधव जैसा मामला?
पाकिस्तानी मीडिया में यह गिरफ्तारी चर्चा का विषय बनी हुई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, गिरफ्तार किए गए व्यक्ति का नाम अशोक चतुर्वेदी बताया गया है, जिसे बलूचिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पकड़ा गया। ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि यह मामला 2016 में गिरफ्तार किए गए भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव जैसा है। हालांकि अभी तक पाकिस्तान की ओर से गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान को लेकर कोई ठोस सबूत या आधिकारिक विवरण सामने नहीं आया है।
सिंधु जल संधि पर टकराव
भारत द्वारा सिंधु जल संधि को रद्द करने की बात पर भी पाकिस्तान ने तीखी आपत्ति जताई है। ख्वाजा आसिफ ने कहा, “भारत इसे एकतरफा तरीके से रद्द नहीं कर सकता। यह अंतरराष्ट्रीय समझौता है और इसकी अवहेलना गंभीर परिणाम ला सकती है।”
अभिनंदन की याद दिलाई
आसिफ ने भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान का जिक्र करते हुए कहा, “भारत को यह नहीं भूलना चाहिए कि जब उसने हमारी वायुसीमा का उल्लंघन किया था, तो हमने उसके पायलट को कैसे पकड़ा था। पाकिस्तान की ताकत को हल्के में न लिया जाए।”
भारत में कड़ा माहौल
भारत में पहलगाम हमले को लेकर गुस्सा चरम पर है। प्रमुख रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी बयान देते हुए कहा कि “अब जवाब केवल बयानबाजी से नहीं, एक्शन से दिया जाना चाहिए।” प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से अभी तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और सेना प्रमुख के साथ उच्च स्तरीय बैठकें जारी हैं।
