22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। इस भीषण हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए। जांच एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा रचा गया था, जिससे दोनों देशों के बीच टकराव की आशंका बढ़ गई है।
हमले के बाद पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है। पाकिस्तान में भी डर का माहौल है — वहां की सेना, सरकार और यहां तक कि आम जनता को इस बात का भय है कि भारत की ओर से कभी भी जवाबी कार्रवाई की जा सकती है।
इस घटना की वैश्विक स्तर पर भी प्रतिक्रिया देखने को मिली है। इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत के प्रति समर्थन जताते हुए आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने की वकालत की है।
अमेरिका का बड़ा समर्थन, ट्रंप प्रशासन ने दिया भरोसा
अब इस मामले में अमेरिका की ओर से भी बड़ा बयान सामने आया है। अमेरिकी संसद के स्पीकर माइक जॉनसन ने कहा है कि “भारत को आतंकवाद के खिलाफ डटकर लड़ना चाहिए और अमेरिका इसमें भारत का हरसंभव समर्थन करेगा।” उन्होंने यह बयान वॉशिंगटन डीसी की कैपिटल हॉल बिल्डिंग में आयोजित संसदीय ब्रीफिंग में दिया।
जॉनसन ने स्पष्ट किया कि ट्रंप प्रशासन भारत को आवश्यक सभी संसाधन उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा, “हम भारत के साथ खड़े हैं और जो कुछ भी हुआ, उसके प्रति हमारी गहरी संवेदना है।”
पाकिस्तान में घबराहट, भारत से डरकर मांगी अमेरिका से मदद
दूसरी ओर पाकिस्तान की सरकार भारत के जवाबी हमले की आशंका से इतना घबरा गई है कि उसने अमेरिका से मध्यस्थता की अपील की है। हालांकि, इस वक्त अमेरिका का झुकाव पूरी तरह भारत की ओर दिखाई दे रहा है।
जल्द हो सकती है भारत-अमेरिका ट्रेड डील
स्पीकर माइक जॉनसन ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही एक व्यापक ट्रेड डील हो सकती है। इससे दोनों देशों के आर्थिक और रणनीतिक रिश्ते और मजबूत होंगे।
