ऑपरेशन सिंदूर: आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तान की सेना हुई बेनकाब, दुनिया के सामने फिर उतरा ‘आतंकी देश’ का मुखौटा

भारत द्वारा किए गए सटीक और साहसिक सैन्य अभियान ऑपरेशन सिंदूर ने एक बार फिर पाकिस्तान की दोहरी नीति का पर्दाफाश कर दिया है। पाकिस्तान की सेना, जो खुद को आतंकवाद के खिलाफ बताती रही है, अब दुनिया के सामने बेनकाब हो चुकी है। लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय मुरीदके में हुए एक जनाजे में पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों की मौजूदगी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद के प्रति उसका रवैया दोहरा और संदिग्ध है।

इस जनाजे में लश्कर कमांडर अब्दुल रऊफ सहित कई आतंकियों को दफनाया गया, जो हाल ही में भारतीय सेना द्वारा मारे गए थे। वीडियो फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि पाकिस्तानी सैनिक सिर झुकाए मातम मना रहे हैं – एक ऐसा दृश्य जिसने न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है।


ऑपरेशन सिंदूर: जवाब का नाम

ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। भारतीय खुफिया एजेंसियों की सटीक जानकारी और सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई से आतंकियों के साथ-साथ उनके संरक्षकों में भी खलबली मच गई है।


सोशल मीडिया पर उबाल

जनाजे के वीडियो ने सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया है। हजारों लोगों ने पाकिस्तान की इस हरकत पर आक्रोश जताया है। एक यूज़र ने लिखा, “आतंकवादियों की पीठ पर पाकिस्तान की फ़ौज का हाथ है, इसका इससे बड़ा सबूत क्या हो सकता है!” वहीं एक अन्य ने लिखा, “अब और सबूत की जरूरत नहीं, सीधा एक्शन होना चाहिए।”


राजनीतिक हलकों में भी गर्माहट

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा, “देखिए पाकिस्तान की सेना किस तरह आतंकियों के जनाजे में शरीक हो रही है। पाकिस्तान उन्हें ट्रेन करता है, हथियार देता है – किसको चाहिए अब और सबूत?”


रक्षा मंत्री की प्रतिक्रिया

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन की सफलता पर कहा, “हमने हनुमान जी के उस आदर्श का पालन किया है, जो उन्होंने अशोक वाटिका उजाड़ते समय किया था – ‘जिन मोहि मारा, तिन मोहि मारे’। हमने केवल उन्हें मारा जिन्होंने हमारे मासूमों को मारा है। प्रधानमंत्री मोदी जी को संपूर्ण समर्थन और नेतृत्व के लिए साधुवाद देता हूं।”


पाकिस्तान की कूटनीतिक फजीहत

इस बीच खबर यह भी है कि भारत की जवाबी कार्रवाई और अंतरराष्ट्रीय दबाव को देखते हुए पाकिस्तान ने अमेरिका से मदद की गुहार लगाई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की आपात बैठक में भी पाकिस्तान को कोई स्पष्ट समर्थन नहीं मिला, जिससे उसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और किरकिरी हुई है।


निष्कर्ष:
ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की अडिग नीति का प्रतीक बन गया है। इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान की पोल खोल कर रख दी है और यह संदेश दिया है कि भारत अब किसी भी आतंकी हरकत का जवाब उसी भाषा में देगा।

manoj Gurjar
Author: manoj Gurjar

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