नई दिल्ली — भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे सैन्य संघर्ष को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। दोनों देशों ने युद्धविराम (Ceasefire) पर सहमति जताई है। सीमा पर बीते कुछ दिनों से जारी तनाव और संघर्ष के बाद यह एक बड़ा कूटनीतिक और सैन्य घटनाक्रम माना जा रहा है।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (DGMO – Director General of Military Operations) के बीच बातचीत सफल रही, जिसमें दोनों पक्षों ने युद्धविराम लागू करने पर सहमति दी। यह युद्धविराम तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
12 मई को फिर होगी DGMO स्तर पर बातचीत
जानकारी के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के DGMO 12 मई को फिर से बातचीत करेंगे। इस वार्ता का उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना और किसी भी प्रकार की घुसपैठ या संघर्ष को रोकना रहेगा।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद उपजे हालात
यह युद्धविराम ऑपरेशन सिंदूर के कुछ दिन बाद आया है, जिसमें भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देते हुए पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। इस कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच भारी गोलीबारी और सीमा पर तनाव देखा गया था।
दोनों देशों में राहत की उम्मीद
युद्धविराम के इस फैसले के बाद दोनों देशों की आम जनता और सीमावर्ती इलाकों के निवासियों में राहत की उम्मीद जगी है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम एक दीर्घकालिक समाधान की दिशा में पहला पड़ाव हो सकता है, बशर्ते दोनों पक्ष शांति प्रयासों को आगे बढ़ाएं।
रक्षा मंत्रालय का बयान
भारत के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि देश की सुरक्षा और संप्रभुता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा, लेकिन अगर पड़ोसी देश शांति बनाए रखने की इच्छा दिखाता है, तो भारत कूटनीतिक समाधान के लिए हमेशा तैयार है।
