भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से जारी तनाव के बीच एक बड़ी और अहम खबर सामने आई है। दोनों देशों ने आपसी सहमति से आज शाम 5:00 बजे से सीजफायर लागू करने का फैसला किया है। इस घोषणा के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और साफ संदेश दे दिया गया है कि अगर पाकिस्तान ने फिर कोई हिमाकत की, तो उसे निर्णायक जवाब मिलेगा।
DGMO स्तर पर बातचीत
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने आज दोपहर 3:35 बजे भारतीय DGMO को फोन किया। दोनों पक्षों ने भारतीय मानक समयानुसार शाम 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई और गोलीबारी रोकने पर सहमति जताई। 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर बातचीत होगी।
विदेश मंत्री जयशंकर का बयान
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा: “भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख अपनाया है और ऐसा करना जारी रखेगा।”
सेना का प्रेस कॉन्फ्रेंस: पाकिस्तान के दावों को बताया झूठा
सीजफायर लागू होने के कुछ ही देर बाद रक्षा मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान के दावों को सिरे से खारिज किया।
🔸 कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा: “पाकिस्तान ने दावा किया कि उसके JF-17 फाइटर जेट्स ने हमारे S-400 और ब्रह्मोस मिसाइल बेस को नुकसान पहुंचाया, जो पूरी तरह गलत और भ्रामक है।” उन्होंने यह भी कहा कि सिरसा, जम्मू, पठानकोट, भटिंडा, नलिया और भुज जैसे एयरफील्ड को नुकसान पहुंचाने की बात भी पूरी तरह से गलत है।
ANI पर जारी वीडियो में उन्होंने कहा: “हमारी सेना धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की प्रतीक है। मस्जिदों को नुकसान पहुंचाने का पाकिस्तान का आरोप पूरी तरह से झूठा है।”
पाकिस्तानी ठिकानों पर भारी नुकसान: विंग कमांडर व्योमिका सिंह का दावा
भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया: “स्कार्दू, जैकोबाबाद और भोलारी जैसे प्रमुख पाकिस्तानी हवाई ठिकानों पर भारतीय कार्रवाई से गंभीर क्षति हुई है। उनके एंटी-ड्रोन सिस्टम और रडार भी तबाह हुए हैं।” कोमोडोर रघु आर. नायर ने कहा: “भारतीय सेना मातृभूमि की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार और सतर्क है। अगर पाकिस्तान ने फिर कोई हिमाकत की, तो उसे निर्णायक और करारा जवाब मिलेगा।”
निष्कर्ष
भारत और पाकिस्तान के बीच यह नया सीजफायर समझौता एक सकारात्मक कदम जरूर है, लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि शांति की पहल को कमजोरी न समझा जाए। देश की सेना और नेतृत्व पूरी तरह सजग हैं और किसी भी उकसावे का जवाब मजबूती से दिया जाएगा।
