भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम की घोषणा के बाद सीमावर्ती इलाकों में हालात सामान्य बने हुए हैं। ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत जम्मू-कश्मीर के पुंछ और उधमपुर से लेकर राजस्थान के बाड़मेर तक रविवार सुबह तक किसी भी तरह की गोलीबारी, गोलाबारी या ड्रोन गतिविधि की सूचना नहीं मिली है। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं, लेकिन स्थिति पूर्णतः शांतिपूर्ण बनी हुई है।
रक्षा मंत्रालय आज देगा ब्रीफिंग
रक्षा मंत्रालय आज सुबह 11 बजे नेशनल मीडिया सेंटर में प्रेस को हालात की जानकारी देगा। मंत्रालय के अनुसार, शनिवार रात पाकिस्तान की ओर से सीजफायर के कथित उल्लंघन के बाद रविवार सुबह तक स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में रही है।
अफवाहों से बचने की अपील
जम्मू-कश्मीर सरकार ने एक सार्वजनिक परामर्श जारी कर लोगों से संयम और सतर्कता बनाए रखने की अपील की है। सरकार ने कहा है कि सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों और झूठे दावों से सावधान रहना जरूरी है, क्योंकि ये शांति प्रक्रिया में बाधा डाल सकते हैं।
गलत सूचनाओं पर सख्त रुख
रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि कुछ असामाजिक तत्व जानबूझकर व्हाट्सऐप और सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें फैला रहे हैं। इन खबरों का मकसद लोगों में भ्रम और भय फैलाना है। मंत्रालय ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे केवल आधिकारिक और भरोसेमंद स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर ही भरोसा करें। मंत्रालय ने यह भी सलाह दी है कि लोग रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक व्हाट्सऐप चैनल को फॉलो करें ताकि उन्हें समय पर और प्रमाणिक जानकारी मिलती रहे। मंत्रालय ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा— “इन संवेदनशील समयों में गलत सूचना से बचें, और केवल प्रमाणिक स्रोतों पर विश्वास करें।”
आपदा से निपटने की तैयारी पर जोर
सरकार ने लोगों से आग्रह किया है कि वे राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOPs) का पालन करें। इससे किसी भी आकस्मिक स्थिति में बेहतर प्रतिक्रिया दी जा सकेगी।
निष्कर्ष: शांति बनी रहे, जिम्मेदारी भी निभाएं
सरकार और रक्षा मंत्रालय दोनों ने मिलकर नागरिकों से शांति बनाए रखने, अफवाहों से दूर रहने और सामाजिक जिम्मेदारी निभाने की अपील की है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता इस बात का प्रतीक है कि भारत सैन्य और कूटनीतिक दोनों स्तरों पर सतर्क और सुदृढ़ बना हुआ है।
