भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से हुई संघर्षविराम की आधिकारिक घोषणा के कुछ घंटों बाद ही देश के कई हिस्सों में संदिग्ध गतिविधियों ने देशवासियों को चिंता में डाल दिया। शुक्रवार देर रात से शनिवार सुबह तक श्रीनगर, जम्मू, नगरोटा, जैसलमेर और अमृतसर जैसे संवेदनशील इलाकों में ड्रोन देखे गए और धमाकों की आवाजें सुनाई दीं।
ड्रोन हमलों में 26 शहरों को बनाया गया निशाना
रक्षा सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने भारत के 26 शहरों पर ड्रोन हमले किए। इसके जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के पांच प्रमुख एयरबेस को ध्वस्त कर दिया। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि ये कार्रवाई पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए की गई। ड्रोन हमलों में फिरोजपुर जैसे इलाकों में नुकसान हुआ, जहां एक घर पर ड्रोन गिरने से लोग घायल हो गए।
तुर्किए के ड्रोन का इस्तेमाल, धार्मिक स्थलों पर नजर
सूत्रों का दावा है कि पाकिस्तान तुर्किए निर्मित ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है और भारत में धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहा है। यह गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है क्योंकि इससे देश की आस्था और सामाजिक सौहार्द पर सीधा प्रहार हो रहा है।
भारत ने S-400 से पाक के एयर डिफेंस सिस्टम को किया ध्वस्त
भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से पाकिस्तान के तीन रक्षा प्रतिष्ठानों को पूरी तरह निष्क्रिय कर दिया। जानकारों का कहना है कि यह सिस्टम दुश्मन के ठिकानों को सटीकता से तबाह करने में सक्षम है।
जैसलमेर में आधी रात के बाद छह धमाके, अमृतसर में ब्लैकआउट
राजस्थान के जैसलमेर जिले में रात 11:55 बजे के बाद लगातार छह जोरदार धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। पूरे इलाके में पहले से ब्लैकआउट किया गया था, जिससे अंदेशा है कि सेना को हमले की पहले से जानकारी थी। पंजाब के अमृतसर में भी एहतियात के तौर पर ब्लैकआउट किया गया और लोगों को घरों के भीतर रहने, लाइटें बंद रखने और खिड़कियों से दूर रहने के निर्देश दिए गए।
जम्मू-कश्मीर और पंजाब में फिलहाल शांति
रविवार सुबह तक जम्मू, कश्मीर और पंजाब में स्थिति सामान्य बनी रही। पुंछ सहित घाटी के कई क्षेत्रों में फिलहाल कोई ताजा ड्रोन हमला या फायरिंग की सूचना नहीं है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
शहीद परिवारों ने जताया संतोष
पहलगाम हमले में शहीद हुए पुणे निवासी कौस्तुभ गणबोटे के बेटे कुणाल गणबोटे ने सरकार की कार्रवाई पर संतोष जताते हुए कहा, “यह सैन्य कार्रवाई हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि है। हम सामान्य जीवन की ओर लौटने की कोशिश कर रहे हैं और सेना व सरकार के साथ खड़े हैं।”
पाकिस्तान की मंशा पर फिर उठे सवाल
इन घटनाओं ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान संघर्षविराम की घोषणा के बावजूद अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा। भारत की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं और हर संभावित खतरे का मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार हैं।
