यह निर्णय भारत द्वारा हाल ही में चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सामने आया है, जिसमें भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इसके जवाब में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की गई, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने विफल कर दिया। देर रात जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में ड्रोन गतिविधियां देखी गईं, जिससे खतरे की आशंका और बढ़ गई। इसके मद्देनज़र यात्रियों और विमानन कर्मचारियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया गया।
एयरलाइंस का आधिकारिक बयान
एयर इंडिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपने बयान में कहा:
“नए घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए और यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर, हमने 13 मई 2025 के लिए जम्मू, श्रीनगर, लेह, अमृतसर, चंडीगढ़, जोधपुर और राजकोट से आने-जाने वाली सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं।”
इंडिगो ने भी अपनी ट्रैवल एडवाइजरी में कहा:
“क्षेत्र में बदलती हवाई स्थिति के कारण इन शहरों की उड़ानों पर असर पड़ा है। यात्रियों से अनुरोध है कि वे एयरपोर्ट पहुंचने से पहले अपनी फ्लाइट की स्थिति जांच लें।”
यात्रियों के लिए क्या सलाह?
दोनों एयरलाइंस ने यात्रियों से अपील की है कि वे आधिकारिक वेबसाइट या कस्टमर केयर के माध्यम से अपनी यात्रा की स्थिति की जानकारी लें। रद्द की गई उड़ानों के लिए यात्रियों को फ्री री-बुकिंग या पूर्ण रिफंड की सुविधा दी जा रही है। साथ ही, एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच में अधिक समय लगने की संभावना को देखते हुए समय से पहले पहुंचने की सलाह दी गई है।
हवाई क्षेत्र पर व्यापक प्रभाव
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सुरक्षा के लिहाज से उत्तर और पश्चिम भारत के कई हवाई अड्डों पर उड़ान संचालन को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। पहले 10 मई तक 32 हवाई अड्डों को बंद किया गया था, अब यह अवधि 14 मई सुबह 5:29 बजे तक बढ़ा दी गई है।
पाकिस्तान ने भी बंद किया हवाई क्षेत्र
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत के हमलों के बाद पाकिस्तान ने अपने सभी प्रमुख हवाई अड्डों — कराची, लाहौर, इस्लामाबाद सहित — पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन अगली सूचना तक रोक दिया है।
निष्कर्ष
भारत-पाक तनाव ने दोनों देशों के नागरिक उड्डयन क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया है। ऐसे में यात्रियों को सतर्कता बरतने, अधिकृत सूचनाओं पर नजर रखने और किसी भी अफवाह से बचने की सलाह दी जाती है। सरकार और एयरलाइंस स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।
