राजस्थान में भरतपुर जिले के मेवात जिले में ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. मेवाती क्षेत्र के बदमाश देश के अलग-अलग राज्यों के लोगों को इंटरनेट पर ठगी का झांसा दे रहे हैं। ऑनलाइन ठगी के आरोपियों को पकड़ने के लिए देशभर के विभिन्न राज्यों की पुलिस भरतपुर के मेवात जिले में छापेमारी कर रही है. पुलिस समय-समय पर ऑनलाइन चोरों के खिलाफ कार्रवाई भी करती है। ऑनलाइन ठगी करने वालों को पकड़ने में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है।
डीग कोतवाली पुलिस ने ओएचएस व साइबर क्राइम टीम के साथ मिलकर एटीएम से ऑनलाइन ठगी कर पैसे निकालने वाले एक जालसाज को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने कहा कि मैं एक ऑनलाइन स्कैम से पैसे निकाल रहा था, जिसे मैंने लगाया था। पुलिस ने जालसाज के पास से एक बड़ी एटीएम मशीन भी बरामद की है।
दरअसल पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी थी कि एक लाल रंग की कार कामा की तरफ से आ रही है, जिसके पास ऑनलाइन ठगी के पैसे का फर्जी एटीएम कार्ड है और यह दीदावली गांव से होकर खोह जाएगी. मंत्री की सूचना पर डीग थाना खोह तिराहा दिदावली से एसएसटी टीम, भरतपुर साइबर क्राइम टेक्निकल टीम व जाब्ता की मदद से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने दिल्ली की तरफ से पंजीकरण संख्या DL1CM 2382 वाली एक लाल रंग की सैंट्रो कार को रोका, जिसमें केवल एक व्यक्ति सवार था. पुलिस की मांग पर व तलाशी लेने पर कार में एक बैग मिला, जिसमें अलग-अलग बैंकों के 14 एटीएम कार्ड व 13 लाख 28500 थे.
पुलिस द्वारा पूछताछ किए जाने पर चालक ने बताया कि उसका नाम थाना अलीपुर गांव खोह निवासी रामगोपाल उर्फ कल्लन है. जब पुलिस ने एटीएम में पैसे को लेकर रामगोपाल से पूछताछ की तो उसने कहा कि यह एटीएम खोह थाना क्षेत्र के गदरबास गांव निवासी मुकेश उर्फ शाकिर ने मुझे दिया था. शाकिर ने एक फर्जी आईडी से बैंक खाता खोला, जिसमें उसने ऑनलाइन फर्जी पैसे जमा किए और मैंने यह पैसा उस एटीएम से निकाला, जिसका मुझे कमीशन मिलता है। आज भी मैं यह रुपए नोएडा से निकाल कर ला रहा हूं. नोएडा में संदीप नाम का शख्स पैसे निकालने में मेरी मदद कर रहा है। पुलिस ने रामगोपाल उर्फ कल्लन के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 और 120बी के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।