“1947 की भूल, आज भी दे रही है ज़ख्म: गांधीनगर में बोले पीएम मोदी”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अपने गुजरात दौरे के दूसरे दिन गांधीनगर पहुंचे, जहां उन्होंने गुजरात शहरी विकास योजना की 20वीं वर्षगांठ पर आयोजित एक भव्य समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने देश की आजादी के समय की ऐतिहासिक गलतियों को उजागर किया और वर्तमान सुरक्षा नीति पर स्पष्ट संदेश दिया।

“कटनी चाहिए थी जंजीरें, लेकिन काट दी गईं भुजाएं”

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने 1947 में भारत के विभाजन को लेकर तीव्र शब्दों में पीड़ा व्यक्त की। उन्होंने कहा, “कटनी चाहिए थी जंजीरें, लेकिन काट दी गईं भुजाएं। देश के तीन टुकड़े कर दिए गए और उसी रात पहला आतंकी हमला कश्मीर की धरती पर हुआ।” उन्होंने कहा कि यदि उसी समय सरदार पटेल की बात मानी गई होती, तो आज 75 वर्षों से चले आ रहे आतंकवाद के इस सिलसिले का अंत बहुत पहले हो सकता था।

पाकिस्तान पर तीखा हमला

प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधा और कहा कि “जब भी भारत-पाक युद्ध हुआ, भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान को निर्णायक रूप से हराया।” उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान अब प्रत्यक्ष युद्ध के बजाय छद्म युद्ध के माध्यम से आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है।

ऑपरेशन सिंदूर का किया गौरवगान

पीएम मोदी ने हाल में किए गए ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए भारतीय सेना के साहस और क्षमता की सराहना की। उन्होंने बताया कि महज 22 मिनट में नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया और यह कार्रवाई कैमरे के सामने की गई ताकि किसी को सबूत मांगने की जरूरत न पड़े। उन्होंने इसे छद्म युद्ध के विरुद्ध निर्णायक मोड़ बताया।

जल संधि का जिक्र और पाकिस्तान की बेचैनी

पीएम मोदी ने जल संधि के निलंबन का उल्लेख करते हुए कहा कि “पाकिस्तान अत्यधिक परेशान है,” और भारत अब अपने संसाधनों के प्रति अधिक सजग है। उन्होंने संकेत दिया कि भारत अब पुराने निर्णयों की समीक्षा कर रहा है, जो देश की सुरक्षा और स्वाभिमान से जुड़ी हैं।

“हमें किसी से दुश्मनी नहीं, लेकिन…”

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि भारत शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहता है लेकिन यदि राष्ट्र की रक्षा की बात आएगी तो भारत पीछे नहीं हटेगा। “हम प्रगति करना चाहते हैं ताकि विश्व के कल्याण में योगदान दे सकें। लेकिन हम किसी से डर कर नहीं, बल्कि आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेंगे।”

तिरंगे की गर्जना और जन भावना

पीएम मोदी ने गुजरात की विभिन्न यात्राओं का जिक्र करते हुए कहा कि वह जहां भी गए, वहां जन-जन के दिलों में देशभक्ति की लहर देखी। उन्होंने कहा कि “सिंदूरिया सागर की गर्जना और तिरंगे की लहर देखकर यह यकीन होता है कि देशवासी मां भारती के लिए जीने और मरने को तैयार हैं।”


निष्कर्ष:

manoj Gurjar
Author: manoj Gurjar

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