पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता राजेश पायलट की 25वीं पुण्यतिथि पर बुधवार को दौसा जिले में श्रद्धांजलि सभा का भव्य आयोजन किया गया। नेशनल हाईवे-21 पर जीरोता-भंडाना स्थित पायलट स्मारक स्थल पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा आयोजित की गई, जिसमें कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता, सांसद, विधायक और हजारों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस मौके पर पायलट परिवार की ओर से उनकी पत्नी और पूर्व सांसद रमा पायलट, बेटे और कांग्रेस नेता सचिन पायलट भी श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। सभा में राजेश पायलट के जीवन पर आधारित एक शॉर्ट फिल्म भी प्रदर्शित की गई, जिसके बाद दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
कांग्रेस के दिग्गजों की मौजूदगी
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, बाड़मेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, और संगरिया विधायक अभिमन्यु पूनिया ने भी पायलट को श्रद्धांजलि दी।
सभा में शामिल अन्य प्रमुख नेताओं में भरतपुर सांसद संजना जाटव, करौली-धौलपुर सांसद भजनलाल जाटव, विधायक मनीष यादव, AICC सचिव धीरज गुर्जर, पूर्व मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, उदयलाल आंजना, झुंझुनूं सांसद बृजेंद्र ओला, हिंडौन विधायक अनिता जाटव, प्रशांत बैरवा समेत कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। सभा स्थल पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कई पदाधिकारी, 12 विधायक, 7 विधानसभा प्रत्याशी, एक लोकसभा सांसद और 3 सांसद प्रत्याशी भी पहुंचे।
2000 की दुर्घटना, जिसने राजनीति को झकझोर दिया था
गौरतलब है कि 11 जून, 2000 को राजेश पायलट का निधन एक सड़क दुर्घटना में हुआ था। वह स्वयं गाड़ी चला रहे थे और जयपुर एयरपोर्ट जा रहे थे, जब दौसा के पास एक रोडवेज बस से टक्कर हो गई। हादसे में उनके साथ बैठे उनके सुरक्षा गार्ड की भी मौत हो गई थी। यह दुर्घटना कांग्रेस पार्टी और राजस्थान की राजनीति के लिए एक गहरा आघात थी। आज उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि राजेश पायलट सिर्फ एक राजनेता नहीं, बल्कि एक विचारधारा थे, जिनकी याद आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है।
