उदयपुर, 14 जून 2025 – राजस्थान के उदयपुर जिले के मल्लातलाई क्षेत्र में शनिवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई, जब पूर्व सांसद महावीर भगोरा के बेटे आशीष भगोरा ने अपने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। यह दर्दनाक घटना एकलव्य कॉलोनी स्थित उनके निजी आवास पर हुई।
घटना की जानकारी मिलते ही अंबामाता थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर फॉरेंसिक जांच व पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। शुरुआती जांच में यह आत्महत्या का मामला लग रहा है। हालांकि, पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
कमरे में मिला शव, जब्त किया गया मोबाइल
पुलिस के अनुसार, सुबह परिजन जब आशीष को घर में नहीं देख पाए तो उनकी तलाश की गई। इसी दौरान वह एक कमरे में फांसी के फंदे पर लटके मिले। अंबामाता थाना अधिकारी ने बताया कि आशीष का मोबाइल फोन और कमरे में मौजूद अन्य वस्तुएं जब्त कर ली गई हैं। अभी तक आत्महत्या के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है।
मानसिक तनाव में थे आशीष?
स्थानीय लोगों और परिवार से जुड़े कुछ करीबी लोगों के मुताबिक, आशीष पिछले कुछ समय से मानसिक तनाव में थे। हालांकि पुलिस ने इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। मामले में विस्तृत जानकारी के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के निष्कर्षों का इंतजार किया जा रहा है।
कौन थे महावीर भगोरा?
महावीर भगोरा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे हैं। वे विधायक, राज्य मंत्री और सांसद जैसे अहम पदों पर रह चुके हैं। 2008 के ‘वोट के बदले नोट’ मामले में भी उनका नाम सामने आया था, जिसके कारण उन्हें जेल जाना पड़ा था। राजनीति में आने से पहले वे समाज कल्याण विभाग में डिप्टी डायरेक्टर थे। उनका निधन चार वर्ष पहले कोविड संक्रमण के चलते हो गया था।
उदयपुर में शोक की लहर
महावीर भगोरा के निधन के बाद आशीष ही परिवार की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनके अचानक उठाए गए इस कदम से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। एकलव्य कॉलोनी में बड़ी संख्या में लोग भगोरा परिवार से मिलने और संवेदना प्रकट करने पहुंच रहे हैं। पुलिस ने कहा है कि जांच पूरी होने के बाद ही आत्महत्या के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा।
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