राजस्थान के कांग्रेस मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने सीता को लेकर विवादित बयांन दिया है. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में गुढ़ा कहते हैं- राम और रावण जैसे वीर पुरुष एक महिला के पीछे पागल हो गए. माता सीता अत्यंत सुन्दर थीं. गुढ़ा का कहना है कि सीता मां की सुंदरता के बारे में कोई कल्पना नहीं की जा सकती। उनके प्रेम के कारण ही श्री राम और रावण जैसे वीर पुरुष पागल हो गए, उनकी सुंदरता अकल्पनीय है। गुढ़ा ने इशारों में सीएम गहलोत और सचिन पायलट को राम और रावण बता दिया.
संबित पात्रा ने किया पलटवार
यह दुख की बात है। राजस्थान में जिस तरह से मंत्री ने भगवान राम और माता सीता के लिए उन शब्दों का इस्तेमाल किया, वह बेहद दुखद है. लेकिन कांग्रेस के लिए ये कोई नई बात नहीं है. पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की पार्टी का मानना है कि भगवान राम का अस्तित्व नहीं है, भगवान राम एक मत है, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया है. स्वाभाविक रूप से माता सीता के बारे में ऐसी बातें कहना उनके स्वभाव में था। यह निंदनीय है।
मंत्री ने खुद की तुलना माता सीता से की
सैनिक समाज के राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा का एक और वीडियो वायरल हुआ है. इस बार उन्होंने अपनी तुलना माता सीता के किरदार से करते हुए कहा है कि मेरे किरदार की वजह से आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट मेरे पीछे पड़े हैं. इस बारे में बात करते हुए गुढ़ा ने कहा कि माता सीता की सुंदरता की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता. इनके प्रेम के कारण ही श्री राम और रावण जैसे पुरुष दीवाने हैं, इनकी सुन्दरता अकल्पनीय है।
वायरल वीडियो में गुढ़ा ने सीता माता का उदाहरण देते हुए कहा की ऐसे ही आजकल गहलोत और पायलट मेरे पीछे भाग रहे हैं, इसलिए कुछ तो रवैया रखना ही पड़ेगा. गुढ़ा ने कहा कि आज लोग चर्चा कर रहे हैं कि गुढ़ा को इस बार किस टीम से टिकट मिलेगा. मैं इन लोगों को बताना चाहता हूं कि मेरे आचरण के हिसाब से मेरे को वोट मिल रहे हैं. ये किसी पार्टी की निशानी नहीं है. गौरतलब है कि बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर कांग्रेस में शामिल होकर मंत्री बने राजेंद्र गुढ़ा अपने बयान को लेकर सुर्खियों में रहे थे. गुढ़ा ने मंत्री बनने के तुरंत बाद हेमा मालिनी को लेकर विवादित बयान दिया था. गुढ़ा को गहलोत का समर्थक माना जाता था. लेकिन राजनितिक विवाद के बाद गुढ़ा पायलट कैंप में शामिल हो गए। तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने गुढ़ा को बिना पैंदे का भरतपुरिया लोटा कहा था।